मनासा। जालिनेर पंचायत में मनरेगा योजना में हुई अनियमितति एवं फर्जी मस्टर को लेकर एसडीएम कार्यालाय में शिकायत कर जांच की मांग की गई थी। शिकायत के बाद पंचायत में हुई अनियमितता की जांच के लिए एसडीएम जैन ने जनपद सीईओं को पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिए थे। लेकिन एसडीएम द्वारा लिखे गए पत्र के बावजुद भी जालिनेर पंचायत में हुई अनियमितता को लेकर कोई जांच नहीं हुई। वही एसडीएम मनीष कुमार जैंन ने बताया कि जनपद पंचायत द्वारा जालिनेर पंचायत में जांच नहीं की जाती है तो मेरे द्वारा एक दल का गठन कर जांच करवाई जाएगी। बतादे कि ग़ाम पंचायत जालिनेर में मनरेगा योजना में मशीनों से कार्य करवाने के साथ हि जिम्मैदारों ने ग़ामीणों के साथ धोखाधडी कर उनके नाम से फर्जी मस्टर चलाकर हजारों रूपए की राशि निकाली। अपने साथ हुई धोखाधडी की जानकारी मिलने पर ग़ामीण समरथ गुर्जर ने जालिनेर पंचायत के सरपंच, सचिव, सहायक सचिव सहित अन्य के खिलाफ एसडीएम कार्यालय में आवेदन देकर शिकायत कर जांच की मांग की थी। शिकायत के बाद एसडीएम ने जनपद सीइओं को पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिए थे। लेकिन शिकायत के करीब एक सप्ताह बाद भी संबंधित विभाग के अधिकारीयों ने अभी तक संबंधित मामले में कोई जांच नहीं की। वही मामले में जनपद के अधिकारीयों द्वारा गोलमोल जवाब दिया जा रहा हैं।
इनका कहना:-
शिकायत मिलने के बाद संबंधित पंचायत के जिम्मैदारों को तीन दिन के भीतर अपना पक्ष रखने को लेकर नोटिस जारी किया गया था। नोटिस के बावजुद जिम्मैदार तय समय पर नहीं आते है तो मेरे द्वारा दल का गठन कर पंचायत में हुई अनियमितता को लेकर जांच की जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर विधिवत कार्रवाई की जाएगी।
-मनीष कुमार जैन, एसडीएम मनासा