नीमच। चाइल्ड रिलीफ मिशन फाउंडेशन द्वारा स्कीम नं 36 के झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले गरीब बेसहारा मजदूर परिवारों के छोटे-छोटे बच्चों के लिए अपनी पाठशाला निशुल्क शिक्षा मुहिम शुरू की, जिसके माध्यम से बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जा रहा हैं बस्ती के बच्चे मजदूरी ना करें,जीवन में शिक्षा के महत्व बताया जा रहा है अध्यक्ष अनूप चौधरी ने कहां की अब तक इस कोरोना महामारी की वजह से देश में पिछले लगभग 2 वर्षों से स्कूल, कॉलेज बंद है बड़े बच्चों की परीक्षाएं ऑनलाइन पद्धति से ली जा रही है छोटे बच्चों को प्रमोट कर दिया जा रहा है सरकार द्वारा बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाया गया है,जो बच्चे स्कूल जाते थे पढ़ाई करते हैं,खेलकूद अन्य एक्टिविटी में भाग लेते थे अपने दोस्तों के साथ स्कूल में समय व्यतीत करते थे। कहीं ना कहीं बच्चे इन सब से दूर हो रहे हैं,पढ़ाई से भटक रहे हैं इन सब बातों को ध्यान में रखकर संस्था ने अपनी पाठशाला के माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई करवाई जा रही है बच्चे मनोरंजन के साथ पढ़ाई के प्रति रुचि दिखा रहे हैं, संस्था सलाहकार किशोर बागड़ी द्वारा बच्चों को गिनती सिखाई गई। श्रीमती चंदा सालवी व पूजा मिश्रा द्वारा कहानियों के माध्यम से बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया गया एवं प्रो.संदीप सोनगरा जी ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर बच्चों को मेरा पहला खिलौना पुस्तक एवं पेंसिल वितरित की। इस अवसर पर फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप चौधरी, संस्था सलाहकार किशोर बागड़ी, सदस्य नवनीत अरोंदेकर, सुश्री पूजा मिश्रा एवं श्रीमती चंदा सालवी आदि उपस्थित थे!