मनासा। वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी -डाॅ राजेश पाटीदार (मनासा) के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे पशुओं के लिए टेग अभियान के तहत सहायक पशु चिकित्सक डाॅ दयाशंकर पाटीदार ने जानकारी में बताया कि
समस्त पशु पालकों को अपने अपने पशुओं के कान में टेग (पशुओं का आधार कार्ड नं) जरुर लगवाना चाहिए! यह कार्य कई दिनों से चल रहा है, और आगे भी निरंतर जारी रहेगा! टेग लगाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि कौन से गाँव में कितने पशु है, और साथ ही अगर टेग नंबर वाला पशु कही गुम हो जाता है तो टेग नंबर से उसकी पहचान हो जाती है, और वापस पशु अपने घर आ जाता है, एक ऐसा ही वाकया बरडिया गाँव में देखने को मिला है, कारुलाल चौहान की भैंस तीन चार दिन पहले गुम हो गई थी, तो उसका पता चुकनी गाँव में लगा, वहा सहायक पशु चिकित्सक ने भैंस का टेग नंबर की जांच कर टेग नंबर के आधार पर वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क कर भैंस के मालिक कारुलाल चौहान को सुचना दी गई, टेग नंबर से गुम हुई भैंस वापस अपने घर पर पहुँच गई, कारुलाल चौहान ने आम जनता को जानकारी दी कि टेग नंबर लगाने से मेरी गुम हुई भैंस वापस मेरे पास आ गई! इसलिए वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ राजेश पाटीदार एवं सहायक पशु चिकित्सक डॉ दयाशंकर पाटीदार(महागढ) ने समस्त पशु पालकों से अनुरोध किया है कि अपने अपने पशुओं के टेग नंबर लगवाकर अपने अपने पशु की पहचान बनावें!।