नीमच। नीमच में डोडाचूरा तस्करी के लिए इन दिनों फिर से कवायद शुरू हो गई है। लॉक डाउन का फायदा उठाकर तस्कर पूरी ताकत लगाकर तस्करी के काम में लिप्त हो गए हैं। ऐसे में जहां नीमच जिले में आए दिन डोडाचूरा और तस्करी की बड़ी खेप जिले के विभिन्न थानों पर पकड़ी जा रही थी।
परंतु अचानक से मामला पूरी तरह से शांत हो गया। इसका मतलब यह नहीं है कि तस्करो ने तस्करी का काम करना छोड़ दिया बल्कि सीधे तरीके से वहीं अगर देखा जाए तो अब सारा काम एक सिस्टम के अनुसार चलने लग गया है।
नीमच के इमानदार एसपी सूरज कुमार वर्मा ने सभी थानो को निष्पक्ष कार्यवाही करने के आदेश दिए हुए है। ऐसे में शुक्रवार की रात नारकोटिक्स विंग को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एक स्कॉर्पियो डोडा चुरा से भरी हुई नीमच क्षेत्र से होकर निकल सकती है। नारकोटिक्स विंग ने अपनी टीम को अलर्ट किया। और वाहन को रोकने के लिए एक खाली पिकअप की व्यवस्था भी की। इस दौरान जेतपुरा चौराहा भरभरिया चौराहा एवं जावद फंटे पर नीमच सिटी पुलिस पहले से मुस्तैद थी।
विंग ने नीमच हेडलाइंस को चर्चा में बताया कि बायपास रोड स्थित होटल ग्रीन के यहाँ नीमच सिटी थाने पर पदस्थ आरक्षक कारुलाल जाट बिना नंबर का अपना प्रायवेट वाहन लेकर खड़ा था। जिसे इनके द्वारा यह पूछा गया कि आप यहां अकेले क्यों खड़े हैं तो उन्होंने बताया कि आज का पॉइंट टीआई साहब का है और उनके आदेश से मैं यहां पर खड़ा हूं। आप चाहो तो टी आई साहब से बात कर लो इस पर विंग ने थाना प्रभारी से फोन पर चर्चा की तो उन्होंने बताया कि मेरा पाइंट और मेरे ही आदेश पर आरक्षक करुलाल खड़ा है। विंग अपनी टीम सहित वहां से रवाना हो गए परंतु इसके बाद दिन बीत जाने तक भी पुलिस के द्वारा किसी प्रकार से कार्यवाही की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई।
ऐसे में कई सवाल ऐसे भी खड़े होते हैं कि जहां तस्कर गाड़ियों को ठोकते हुए और फायर करके निकल जाते हैं। कई बार कार्यवाही के दौरान जान का खतरा बना होता है। ऐसे मामलो में पुलिस की पूरी टीम मिलकर ऐसे तस्करों को बड़ी मेहनत से पकड़ कर हवालात तक पहुंचाती है। ऐसे में आखिर अकेले एक आरक्षक कैसे तस्करो को रोकने में सफल हो सकता है।
फिलहाल तो यह कहा जा सकता है कि देर रात होटल ग्रीन के सीसीटीवी फुटेज देखे जाए तो काफी कुछ चीजें सामने आ सकती है। इस मामले में नीमच सिटी थाना से अभी तक कोई पॉइंट की जानकारी नहीं मिली। अब सवाल यह उठता है कि अकेला आरक्षक देर रात वहां पर क्या कर रहा था..?
जिले के वरिष्ठ अधिकारी अगर मामले की जांच करे तो कई दांवपेच सामने आ सकते है।