नीमच। नीमच जिले में कोरोना महामारी से बचाव को लेकर सभी तरह के प्रयास प्रशासन एवं शासन के विभिन्न तरीको से किये जा रहे है। जिले में हल्के बुखार सर्दी जुकाम खांसी पर ग्रामीण क्षेत्र के लोग झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाकर इलाज करवा रहे हैं। ऐसे में जब कोरोना संक्रमण पूरी तरह से उनके शरीर में फैल जाता है तब वह काल के ग्रास बन जाते हैं। ऐसे फर्जी डॉक्टरों के ऊपर कार्यवाही करने के लिए मनासा एसडीएम मनीष जैन एवं मनासा तहसील बीएमओ के निर्देशन पर थाना प्रभारी के. एल. दांगी और उनकी टीम ने विभिन्न गांव का भ्रमण कर 7 फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया। जिसमें पिपलिया रावजी से 1 भाटखेड़ी से 1 पड़दा से 4 और हाड़ी पिपलिया से 1 डॉक्टर सम्मिलित हैं। इन फर्जी डॉक्टरों को निकलवाने के लिए देर रात कांग्रेस नेता चंद्रशेखर पालीवाल सहित लगभग 50 से 60 लोग थाने पर पहुंचे। थाना प्रभारी दांगी ने नीमच हेडलाइंस को बताया कि शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाते हुए कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर जितने भी लोग थाने पर आए थे उनकी विधिवत वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है। उसी आधार पर उन सभी को चिन्हित कर आरोपी बनाया गया है।
उक्त व्यक्तियों पर धारा 144 का उल्लंघन करना, कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन, फर्जी डॉक्टरों की जांच में खलल डालते हुए शासकीय कार्य में बाधा साथ ही आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 का उल्लंघन करना भी पाया गया। इन सभी आरोपों को दृष्टिगत रखते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 279, 270, 271, 186 के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।