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बेशकीमती जमीनों के भावों को लगी सेंध, महामारी की भेंट चढ़ी करोड़ों की जमीने

Neemuch headlines May 7, 2021, 5:43 pm Technology

नीमच में जमीनों के भाव आसमानो में तो मंदसौर का प्रॉपर्टी बाजार औंधे मुंह गिरा..?

नीमच/मन्दसौर। कहते की जमीनों में और सोने-चांदी में लगा हुआ पैसा हमेशा मुनाफे का सौदा साबित होता है लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते यह कहावत झूठी साबित हो गई। जहां एक और नीमच का प्रॉपर्टी बाजार आसमान की बुलंदियों को छू रहा है 2 साल पहले जिन प्रॉपर्टी के भाव 15 से 20 लाख रुपए थे। आज वह 60 से 70 लाख रुपए तक पहुंच गई। वही मंदसौर प्रॉपर्टी बाजार के भाव की बात करें तो कई लोगों ने करोड़ों रुपए के सोदे प्रॉपर्टीओं में लिख रखे हैं लेकिन वैश्विक महामारी के चलते अब रजिस्ट्रार आफिसों में नहीं बैठ रहे और इस वजह से निर्धारित समय पर रजिस्ट्रियां भी नहीं हो रही है। ऐसे में मार्केट से जो भी केश पैसा लोगो के पास था वह अब अस्पतालों और चिकित्सको की भेट चढ़ गया। आए दिन हम देख रहे हैं कि दोनों ही जिलों में कई लोगों की बीमारियो के चलते मौत हो रही है ऐसे में हर एक आदमी डरा सहमा सा है और सारी रखी जमा पूंजी लगभग खत्म होने की कागार पर है। इस महामारी के दौर में प्रॉपर्टी के रेट आसमान से सीधे जमीन की ओर औंधे मुंह गिर गए वहीं सूत्रों की माने तो जिन लोगों ने आज से 6 माह या 1 साल पूर्व जो सौदे किए थे वर्तमान में उन जमीनों के भाव आधे भी मिल जाए तो बहुत बड़ी बात है।

स्लाड बुक नहीं होने से आमजन परेशान:-

प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय में स्लाड बुक करवाना होता है लेकिन शासकीय कार्यालयों में अधिकारियों के ना बैठने की वजह से अब समय पर स्लाट बुक नहीं हो रहे हैं ऐसे में दिए गए समय से काफी ज्यादा समय लग रहा है। ऐसे में प्रापर्टी खरीदने वालो और बेचने वालो दोनों का पैसा बीमारियो में खर्च हो रहा है जिसके चलते भी रजिस्ट्री करवाते समय काफी परेशानिया सामने आएँगी।

नीमच में रेट आसमान पर और मन्दसौर में एक दम उतरे:-

सूत्रों के अनुसार कुछ प्रॉपर्टी बोकर ने यह भी बताया है कि मौजूदा हालातों को देखते हुए जहां नीमच में प्रॉपर्टी के दलालों की आपसी सामंजस्य की वजह से नीमच का प्रापर्टी बाजार हमेशा गर्म और बढ़ता हुआ रहता है, परंतु वही मंदसौर की अगर हम बात करें तो गिने-चुने प्रॉपर्टी ब्रोकर है ऐसे में कॉम्पिटिशन की स्थिति भी नहीं बनती वही स्वास्थ और अपने परिवार को लेकर डरे सहमे लोग अब अपनी जमा पूंजी को सुरक्षित करने में लगे है, वो किसी भी बड़े निवेश में नहीं जा रहे है। वह जिन लोगों ने बड़े सौदे किए हैं अब उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि उन्होंने जिस भाव में जमीनों को लिया है अगर उनके आधे भाव भी आ जाएं तो बहुत बड़ी बात है।

खेर यह बात बिलकुल सही है कि वैश्विक महामारी ने आम इंसान को शरीर पैसे और आत्मविश्वास से पूरी तरह तौड़ कर रख दिया है। ऐसे में वर्तमान के हालातो को देखते हुए आगे कुछ भी कहा नहीं जा सकता।

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