नीमच। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज केवल अधिमान्य पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित किया। इसका मध्यप्रदेश की कई पत्रकार इकाईयो ने कड़ा विरोध किया । सभी पत्रकारों को इसमे शामिल करने की मांग की है। ध्यान रहे सैकड़ों पत्रकार , फोटोग्राफर, कैमरामैन व श्रमजीवी अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना में कार्य कर रहे है, जबकि चंद अधिमान्य पत्रकारों को प्रदेश सरकार कोरोना फ्रंट लाइन वारियर कहकर वाहवाही लूटना चाह रही है, जो हजारों पत्रकारों के साथ नाइंसाफी है। इसका मध्यप्रदेश के विभिन्न पत्रकार संघठनो ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए मुख्यमंत्री से अनुरोध करती हैं कि सभी पत्रकार, फोटोग्राफर, कैमरामैन व श्रमजीवी पत्रकारों को भी फ्रंट लाइन वर्कर घोषित किया जाए। इस महामारी के दौरान आधे पत्रकारों को बांटना और आधे को डांटता राजनीति से प्रेरित होकर पत्रकारों में फूट डालने जैसा प्रतीत हो रहा है। सभी पत्रकारों को एकसमान रूप से देखा जाये अतः एक बार फिर विचार कर निर्णय लें।