पैसों के हिसाब का विवाद था, सल्लाेपाट की इंदिरा काॅलाेनी में रात 9:30 बजे वारदात
3 हमलावर, एक ने गोलियां चलाई, काली स्कॉर्पियो से 6 किमी दूर गुजरात भागे
बांसवाड़ा। सल्लाेपाट थाना इलाके की इंदिरा काॅलाेनी में गुरुवार रात 9:30 बजे के करीब 28 वर्षीय लाेकेश पुत्र दुर्गाशंकर पारीख पर उनके घर में घुस आए तीन हमलावारों ने फायरिंग कर दी। गंभीर घायल लाेकेश काे अस्पताल लाया गया लेकिन उनकी माैत हाे गई।
गाेली चलाने के बाद हमलावर काले रंग की स्काॅर्पियाे में सवार हाेकर फरार हाे गए। फायरिंग की सूचना मिलते ही नाकाबंदी कराई गई लेकिन हमलावराें का काेई पता नहीं चला। लाेकेश की जांच करने वाले सर्जन डाॅ. वीनेश राणा ने बताया कि दाेनाें कानाें के नीचले हिस्से, छाती, पीठ, कंधे और नाक के नीचले हिस्से में घांव पाए गए। जिससे आशंका है कि लाेकेश काे छह गाेलियां लगी हाेंगी। हालांकि असल स्थिति पाेस्टमार्टम के बाद ही साफ हाेगी। फायरिंग की सूचना पर सल्लाेपाट थानाधिकारी नागेंद्रसिंह भी छुट्टी कैंसिल कर रात काे ही लाैट आए। गाेली लाेकेश के ही पाटर्नर द्वारा चलाना बताया जा रहा है। हालांकि इसके पीछे की वजह फिलहाल साफ नहीं है।
फर्श पर लोकेश के खून से सने पैरों के निशान।
लाेकेश छाेटी सादड़ी के करजू गांव रहने वाला था और सल्लाेपाट में किराए के मकान में रह रहा था। मोनाडूंगर में शराब की दुकान में वह पाटर्नर था। आशंका है कि फायरिंग की वजह दुकान के हिसाब काे लेकर हाे सकती है। घटना के वक्त लाेकेश लुडाे खेल रहा था। घर पर उसके अंकल कमल और एक महिला मित्र थी। रात करीब 9:30 बजे थे। खाना भी बन रहा और तीनाें ही आपस में बातचीत कर रहे थे। अचानक तीन जने घर में घुस आए और बिना किसी देरी के लाेकेश पर एक युवक ने एक के बाद एक फायर किए। गाेलियाें की आवाज सूनकर लाेग घराें से बाहर निकल आए।
काेई कुछ समझ पाता इससे पहले हमलावर पिछले दरवाजे से भागकर मुख्य सड़क पर चले गए। जहां काले रंग की स्काॅर्पियाे में सवार हाेकर फरार हाे गए। गाेलियां लगने से लाेकेश खून से लथपथ नीचे गिर पड़ा। दूसरी ओर उसके अंकल कमल दाैड़कर थाने पर पहुंचे और पुलिस काे घटना के बारे में बताया। इस पर हरकत में आई पुलिस ने नाकाबंदी कराई। लेकिन हमलावारों का काेई पता नहीं चल पाया। घायल लोकेश काे एमजी अस्पताल लाया गया लेकिन इससे पहले कि डाॅक्टर उसका इलाज करते, लोकेश की सासे थम चुकी थी। डाॅक्टर ने ईसीजी जांच के बाद लाेकेश काे मृत घाेषित कर दिया।
लाेकेश के परिचित ने बताया कि लाेकेश बांसवाड़ा कभी-कभार आता था। फायरिंग किस वजह से की गई यह साफ नहीं है लेकिन गाेली चलाने में पाटर्नर सुनील के हाेने की आशंका पर इसे दुकान के हिसाब काे लेकर विवाद हाेने की आशंका से भी जाेड़ा जा रहा है। माेनाडूंगर शराब की दुकान प्रदेश की सबसे महंगी ठेके की दुकानों में से एक है। यहां से हर साल लाखाें का राजस्व मिलता है। ऐसे में आशंका है कि हाे सकता है कि पाटनर्राें में हिसाब काे लेकर काेई विवाद हाे गया हाे।
मृतक व हमलावर शराब कारोबारी, 3 दिन से था विवाद
पुलिस के अनुसार लाेकेश के चाचा ने रिपाेर्ट दर्ज कराई है। आशंका है कि फायरिंग सुनील ने की और हमले में महेश प्रजापत और पुष्कर भी शामिल थे। वारदात में इस्तेमाल स्काॅर्पियाे का महेश प्रजापत की थी। क्याेंकि, सल्लाेपाट से गुजरात बाॅर्डर महज 5 से 6 किमी दूर है।
ऐसे में फायरिंग के बाद हमलावराें के गुजरात की ओर फरार हाेने की आशंका है। बताया जा रहा है कि लाेकेश जिस घर में किराए पर रह रहा था उसी मकान के दूसरे हिस्से में पहले महेश और पुष्कर भी रह चुके हैं। लाेकेश के चाचा ने पुलिस काे बताया कि लाेकेश के पाटर्नराें से हिसाब काे लेकर तीन दिन से विवाद चल रहा था। दुकान महेश के नाम से है।