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एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट ने मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा, पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को विशेष प्राथमिकता

Neemuch Headlines March 12, 2021, 8:14 am Technology

नीमच। एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन प्रदेश अध्यक्ष ने भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखकर पत्रकारों की विभिन्न मांगों पर शीघ्र कदम उठाने की मांग की है। मध्य प्रदेश वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के नीमच जिला अध्यक्ष डॉ जीवन कौशिक ने कहां की सार्वजनिक रूप से चौथा स्तंभ नाम दिए जाने मात्र से पत्रकारों की समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता। बल्कि वास्तविकता में उन्हें सम्मान व सामाजिक सुरक्षा देना आवश्यक हो गया है। ताकि वह अपने परिवार के भविष्य की चिंता किए बगैर पत्रकारिता कर सके। राज्य सरकार को पत्रकारों को कर्तव्य निर्वहन में आने वाली समस्याओं से अवगत कराने सहित उनकी समाजिक सुरक्षा के मुददे को भी सरकार के सामने रखा है। प्रदेश अध्यक्ष राधा वल्लभ शारदा द्वारा लिखे गए पत्र में निम्न बिंदुओं पर ध्यान देने की बात कही गई है । इसके लिए पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग पिछले 10 वर्षों से संगठन ने की है। राजधानी भोपाल स्थित पत्रकार भवन का निर्माण शीघ्र किए जाने की मांग भी की गई है। जिससे वहां पत्रकार सम्मेलन व अन्य कार्यक्रमों हेतु पत्रकारों को सुलभता से जगह उपलब्ध हो सके। साथ ही वरिष्ठ व अधिमान्य पत्रकार जो 10 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे हैं। उन पत्रकारों को स्वास्थ सुविधा सहित आर्थिक सहायता की बात भी प्रमुखता से की है। ग्रामीण पत्रकारों पर मनगढ़ंत झूठी शिकायतों के चलते दर्ज मुकदमों की समीक्षा कर कार्यवाहीं की मांग की है। प्रदेश भर में रंजिशवश की गई शिकायतों के आधार पर पत्रकारों पर प्रकरण दर्ज कर दिए जाते हैं। जिस की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी आरोपी के खिलाफ ही प्रकरण दर्ज करने का सुझाव दिया है।

सरकार के जनसंपर्क सहित विभिन्न समितियों में श्रम कानून के तहत पंजीकृत संगठनों के पदाधिकारियों को भी नियुक्ति दी जाने की मांग भी उठाई है। पत्रकार अपने काम को निष्पक्षता से कर सके इसके लिए उसे सामाजिक आर्थिक रूप से सरकार उनकी मदद की अपेक्षा की है। एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन एक श्रम कानून के तहत पंजीकृत संगठन है । नीमच ज़िला इकाई ने एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा प्रदेश के सभी पत्रकारों के हित में उठाई मांगो पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। क्योंकि स्वयं की सुरक्षा से निश्चिंत होकर ही निष्पक्षता से अपने जिम्मेदारी का निर्वहन किया जा सकता है।

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