नीमच। पुलिस अधीक्षक सुरज कुमार वर्मा के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुन्दर सिंह कनेश एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस जावद रविन्द्र बोयट के मार्गदर्शन तथा थाना प्रभारी सिंगोली निरीक्षक आनंद सिंह आजाद के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा ग्राम थडौद में हुई देवीलाल माली की हत्या का पर्दाफाश कर मृतक की पत्नी एवं 02 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है।
घटना का विवरण:-
दिनांक 05.03.2021 को थाना सिंगोली पर सूचना प्राप्त हुई कि एक अज्ञात व्यक्ति की लाश गणेश जी की छतरियाँ जंगल, ग्राम थड़ौद मे पडी है, जिसके शरीर पर चोट के निशान है, सूचना पर मय फोर्स के रवाना होकर घटना स्थल पर पहुंचे, जहां मृतक व्यक्ति की पहचान देवीलाल पिता लखमा जी माली उम्र 40 साल निवासी ग्राम धनगाॅव थाना सिंगोली की होकर थाना सिंगोली पर मर्ग क्रमांक 07/21 धारा 174 जा.फौ. का कायम कर विवेचना में लिया जाकर मृतक का पीएम करवाया गया, जिसमे डाक्टर द्वारा मृतक की मृत्यु गला घोटने से होना लेख किया जाने पर थाना सिंगोली पर अपराध क्रमांक 33/21 धारा 302 भादवि का कायम किया विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान:-
विवेचना के दौरान घटना से संबंधित सभी तकनिकी साक्ष्य संकलित कर संदेही दिनेश पिता मांगीलाल धाकड निवासी ग्राम धनगांव को राउण्ड अप किया जाकर उससे कड़ाई से पूछताछ किये जाने पर दिनेश धाकड़ द्वारा बताया गया कि मृतक की पत्नी गायत्री बाई से मेरे अवैध संबंध थे, जिसके कहने पर मेने व अपने साथी दुर्गेश बारेंठ निवासी ग्राम धनगाॅव की मदद से दिनांक 04.03.2021 को मृतक देवीलाल माली को गणेश जी की छतरियाँ जंगल, ग्राम थड़ौद में शराब पिलाने के बहाने बुलाया तथा उसके बाद मेने व अपने साथी दुर्गेश बारेठ की मदद से मृतक देवीलाल की गला घोटकर हत्या कर दी। उक्त पर से पुलिस टीम द्वारा प्रकरण में अन्य आरोपियों दुर्गेश पिता शिवलाल बारेंठ उम्र 20 निवासी ग्राम धनगाॅव थाना सिंगोली व मृतक की पत्नी गायत्री पति देवीलाल माली उम्र 34 साल निवासी ग्राम धनगाॅव थाना सिंगोली को आज दिनांक को गिरप्तार किया जाकर माननीय न्यायालय पेश किया गया। प्रकरण अभी विवेचना मे है।
सराहनीय कार्यवाही:-
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक आनंद सिंह आजाद, सउनि शिवराज सिंह, सउनि नसीम अहमद, प्रआर मनोज ओझा, प्रआर वीरेन्द्र सिंह तोमर, आर चेतन्य सिंह तोमर, आर भानुप्रताप भाटी, आर विनय पाराशर, आर लक्ष्मण सिंह, आर विजेश कुमावत, आर रामपंगत, आर देवीराम गुर्जर, आर चुन्नीलाल देवडा, आर विनोद बोराना एवं सायबर सेल से प्रदीप शिन्दे एवं लखन प्रताप सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।