बच्चों को संस्कार देने की आवश्यकता है-- महामंडलेश्वर हेमानन्द सरस्वती
सिंगोली। बच्चों को संसार नही संस्कार देने की आवश्यकता है। आज कौशल्या माता को राम जैसे पुत्र की आवश्यकता है। राम को हनुमान जैसे भक्त की आवश्यकता है देवकी को कन्हैया जैसे पुत्र की जरूरत है और कन्हैया को सुदामा जैसे दोस्त की जरूरत है। धन्य है वह माँ जो अपने बेटे को पढ़ा लिखाकर देश सेवा के लिए फ़ौज में भेज देती है ।धन्य है वह बेटा जो देश की रक्षा के लिए शहीद होने को तैयार हो जाता है । माता पिता और गुरु का आदर करने वाली संतान को हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है
यह बात कोटा स्थित मोजी बाबा आश्रम से महामंडलेश्वर परम् संत हेमानन्द सरस्वती ने कही वे हरिद्वार ऋषिकेश से कोटा आते समय सिंगोली में अल्प विश्राम के दौरान अपने असंख्य श्रद्धालुओ को आशीर्वाद प्रवचन के दौरान राम भक्तों को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने सिंगोली में विजयादशमी दशहरा पर्व पर रावण दहन के उपरांत लक्ष्मण का रोल अदा करने वाले पांच वर्षीय अनुराग पिता निशांत जोशी के प्रदर्शन की काफी सराहना करते हुए उन्हें अपनी गोद मे उठाकर काफी दुलार करते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की भगवान श्री राम से कामना करते हुऐ बताया कि ऐसे होनहार पुत्र के माता पिता भी धन्य है जो कम उम्र में भगवाम लक्ष्मण के रूप में शानदार प्रस्तुति प्रस्तुत की यह सब घर के संस्कार पर निर्भर करता है। महामंडलेश्वर हेमदीदी का सिंगोली आगमन की जानकारी मिलने पर उनके सेकड़ो शिष्यों का उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने का तांता लग गया । दीदी ने एक एक कर सभी को अपना आशीर्वाद प्रदान किया। दीदी के स्वागत सत्कार के दौरान प्रमुख रूप से नगर के प्रमुख राम भक्त ओंकारलाल शर्मा , कैलाश चन्द्र जोशी, रामलाल धाकड़ हरीश कुमार शर्मा, निशांत कुमार जोशी, दिनेश कुमार जोशी, बनवारी जोशी, राहुल जैन, राजेश शर्मा, निरंजन गिर रजनाती, रवि सर, गेंदमल सुतार, बालकृष्ण सोनी, दिलीप शर्मा, शिव शर्मा, नलिन शर्मा, कीर्ति लक्षकार, प्रशांत जोशी, श्रीकांत जोशी, गिरिराज सोनी कवि, महेंद्र सिंह राठौड़, अशोक सोनी (भाया) ललित कुमार शर्मा , अमृत तंवर, अनिल गांधी, दिनेश टेलर, राकेश जोशी, बाबू गुर्जर, पप्पू गंगवाल, कैलाश सोनी, अर्जुन सोनी, रोनक टेलर, सोनू जोशी, दीपक वैष्णव, रामानंद जोशी, दिव्यांश जोशी, गौरव जोशी, सहित सेकड़ो श्रद्धालु उपस्थित थे।