कांग्रेस नेता तरूण बाहेती के नेतृत्व में कलेक्टर के नाम दिया ज्ञापन
नीमच। लाखों रूपए खर्च, फिर भी ग्राम पंचायत नेवड़ के रहवासी प्यासे हैं। गांव में कभी 7 तो कभी 5 दिन में पानी की सप्लाई हो रही है। ग्रामीणों ने सरपंच, सचिव और सहसचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और मामले में कांग्रेस नेता तरूण बाहेती के नेतृत्व में कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है, जिसमें सरपंच, सचिव व सहसचिव के कृत्यों की जांच कर पुलिस प्रकरण दर्ज कराने की मांग की गई है। गौरतलब है कि गुरूवार को बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत नेवड़ के रहवासी कलेक्टोरेट में एकत्र हुए।
इस मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत नेवड़ में लाखों रूपए खर्च कर नल जल योजना के तहत कुआं खुदवाया गया और ट्यूबवेल खनन किया गया, पर विडंबना यह है कि गांव में पानी की सप्लाई कभी 7 तो कभी 5 दिन में हो रही है। पर्याप्त जल प्रदाय नहीं होने पर ग्राम पंचायत सरपंच बालूदास बैरागी, सचिव जितेंद्र पाटीदार और सहायक सचिव विजय भारती को शिकायत की जाती है तो संबंधित उचित जवाब नहीं देते हैं और अपशब्दों का उपयोग करते हैं। इधर गत दिनों पंचायत के जिम्मेदारों ने गांव में डोंडी पिटवाकर सूचना दी है कि नल जल योजना का लाभ लेने वाले सभी नल कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं को 3-3 हजार रूपए जमा कराने हैं। जलकर राशि जमा नहीं कराने पर नल कनेक्शन काट दिया जाएगा।
जिम्मेदारों ने बेच दी तालाब की मिट्टी:-
ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच - सचिव ने मिलीभगत कर गांव के तालाब से करीब 20 हजार ट्रॉली मिट्टी खुदवाई, जिसे किसे बेचा गया और मिट्टी की बिक्री से कितनी आय हुई, इसका पंचायत में कोई रिकार्ड नहीं है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि गांव के श्मशान में विद्युत पंप का उपयोग सरपंच अपने घर में कर रहे हैं और ग्रामीणों को जल प्रदाय से वंचित किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर गांव में नल कनेक्शन काट दिए गए तो ग्रामीणों को खेत कुओं से पीने के पानी की व्यवस्था करना होगी, जिसके कारण महिलाओं को भारी परेशानी होगी। ज्ञापन कलेक्टर के नाम एसडीएम एसएल शाक्य को दिया। ज्ञापन देने में दशरथ खाती, पंकज खाती, ओमप्रकाश, पवन प्रजापत, सत्यनारायण, मुकेश, दुर्गेश पटेल, प्रहलाद, समरथ पटेल समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
कैसे भरेंगे ग्रामीण इतना जलकर:-
ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने मामले में पहले जनपद सीईओ डॉ. मरिषा शिंदे, फिर एसडीएम एसएल शाक्य से मुलाकात की, उसके बाद कलेक्टर जितेंद्रसिंह राजे से मिलकर उन्हें पूरे प्रकरण से अवगत कराया और उन्होंने कलेक्टर को बताया कि अचानक पंचायत के जिम्मेदारों को फरमान जारी कर प्रत्येक नल कनेक्शन पर जलकर के 3 हजार रूपए जमा कराने के आदेश जारी कर दिए हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ग्राम पंचायत को जलकर वसूलना था तो ग्रामीणों को पूर्व में चेताना था और जल आपूर्ति भी समय पर करना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया और अब तुगलकी फरमान जारी कर ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। यह सरपंच-सचिव के भ्रष्टाचार को दर्शाता है। मामले में कलेक्टर ने जनपद सीईओ को शिकायत की जांचकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।