जींद (हरियाणा)। सर्वजातीय दाड़न खाप चबूतरा पालवां की शुक्रवार को हुई बैठक में फैसला किया गया कि 3 नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शन में शामिल होने के लिए हर गांव से लोगों को भेजा जाएगा।
खाप के प्रधान दलबीर खेड़ी मंसानिया की अध्यक्षता में खाप के चबूतरे पर हुई बैठक में गणतंत्र दिवस पर लालकिला परिसर में हुई घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराए जाने की मांग की गई। बैठक में किसानों पर दर्ज मामलों को रद्द करने और दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गए ट्रैक्टरों को छोडऩे की मांग भी की गई।
इस दौरान वक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार किसान आंदोलन को बदनाम करना चाहती है। खाप से जुड़े सूत्रों ने बताया कि बैठक में फैसला किया गया कि खाप हर गांव से लोगों को दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन में भेजेगी। उन्होंने कहा कि बैठक में फैसला किया गया कि हर गांव के हर परिवार से एक सदस्य इस आंदोलन में हिस्सा लेगा। बैठक में किसान नेता राकेश टिकैत की सराहना की गई।
खाप महासचिव आजाद पालवां ने कहा कि युवाओं को चाहिए कि वे आंदोलन में संयम बरतें क्योंकि यह लड़ाई संयम और अनुशासन से लडऩी है। इस दौरान खाप प्रधान मंसानिया ने कहा कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से अपने हक की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं और सभी लोग किसान नेता राकेश टिकैत के साथ हैं, वहीं करसिंधु गांव में हुई एक बैठक में लोगों ने अधिक से अधिक ट्रैक्टर लेकर दिल्ली बॉर्डर पहुंचने का फैसला किया।
उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसान ट्रैक्टर परेड में क्षेत्र से सर्वाधिक ट्रैक्टर करसिंधु गांव से गए थे। इसके साथ ही उचाना कलां गांव में भी ग्रामीणों की बैठक हुई जिसमें हर परिवार से एक व्यक्ति की भागीदारी किसान आंदोलन में सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया। काकड़ोद गांव में हुई पंचायत में भी किसान आंदोलन को मजबूती देने का फैसला किया गया। इसके साथ ही 30 जनवरी को जिले की खाप-पंचायतों की बैठक बुलाई गई है।