सिंगोली । प्रथम कन्या का जन्म होना धर्म का प्रतीक है ।बेटी पिता नाना ओर ससुर ,के घरों को रोशन करती है । कन्या भ्रूण हत्या नही रुकी तो हम बेटियों के लिये तरस जायेगे और बेटी को कोख में मार दोंगे तो बहु कहा से लाओगे। यह उपदेश मध्यप्रदेश राजस्थान की सीमा पर स्थित अनेड की छतरियों में श्री मद भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव के दौरान महंत श्री 108 नन्दकिशोरदास जी महाराज के मुखारबिंद से श्रद्धालुओं को बोल रहे थे ।
उन्होंने कहा कि बेटा भाग्य है ।तो बेटी सौभाग्य है । जो सो वर्षो के जन्मों का पुण्य होता है । कन्या को शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी देना चाहिये ।
जीवन को प्रभु भक्ति में लगाये तभी सार्थकता सिद्ध होगी:-
जीवन मे स्वार्थ की भावना को त्याग कर अपने जीवन को प्रभु भक्ति के साथ समाज सेवा में लगाये । तभी वर्तमान में जीवन की सार्थकता सिद्ध होगी । जो दूसरों को आंनद दे वह नन्द ओर जो यश का दान करे वह यशोदा है । ऐसे दुसरो के यहां आंनद ओर यश की अनुभूति कराने वाले को ही कृष्ण रूपी धन प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त होता है ।
रविवार को बड़ी धूम धाम के साथ श्री कृष्ण रुकमणी का विवाह के दौरान व्रन्दावन के कलाकारों द्वारा बहुत ही शानदार मन मोहक झांकिया प्रस्तुत कर पांडाल में उपस्थित तमाम महिला पुरुष बुजर्ग नन्हे मुन्हे झूम झूम कर नृत्य करते हुए आज मेरे श्याम सरकार की शादी है लगता है मानो सारे संसार की शादी है आज मेरे सरकार की शादी है ।
भागवत हमे जीने की कला सिखाती है :-
समंदर पटेल श्रीमद भागवत कथा के दौरान भाजपा नेता एवं धाकड़ समाज के राष्टीय अध्यक्ष समंदर पटेल ने भागवत कथा का रसपान करते हुए बोल रहे थे कि भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीने की कला सिखाती है ।
कथा में श्री पटेल के आगमन को लेकर क्षेत्र की जनता ने उनसे मुख्यरूप से दो जवलंत समस्या से रूबरू कराते हुए बताया कि पहली अरनिया तालाब का जीर्णोद्धार दूसरी मेंढकी महादेव स्थित घाट पर पक्की डामरीकृत सड़क । उक्त समस्या पर पटेल ने क्षेत्र की जनता को सम्बोधित करते हुए बताया कि हमारा भारत कृषि प्रधान देश है । खेती के लिए सबसे पहले पानी की जरूरत होती है । क्यो की जल ही जीवन है । अरनिया तालाब के लिए मेने जल संसाधन मंत्री को अवगत करा दिया है वही महादेव के लिए सड़क हेतु पिडब्लूटी मिनिस्टर से चर्चा हो चुकी है आगामी बजट के दौरान दोनों आपकी समस्या को हल करवाना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी ।
जावद विधानसभा क्षेत्र से मेरा गहरा रिश्ता है इस क्षेत्र की समस्या के लिए में अंतिम सांस तक लड़ता रहुगा परन्तु क्षेत्र की जनता को तकलीफ नही देखने दूंगा। कथा के दौरान मुख्यरूप से धाकड़ समाज के राष्टीय अध्यक्ष समंदर पटेल , पूर्व सरपंच रमेश चन्द्र धाकड़ धारडी , भेरूलाल धाकड़ तुरकडी , भवरलाल धाकड़ लाडपुरा , घीसालाल धाकड़ जनपद सदस्य , रोशनलाल राठौड़ कदवासा , बद्रीलाल धाकड़ , अनेड , रामचन्द्र धाकड़ , देवीलाल धाकड़ सहित मौजूद रहे।