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भाग्यशाली होते हैं वे जिनके घर बेटियाँ होती है- संयम रत्न विजय महाराज

Neemuch Headlines November 26, 2020, 9:47 pm Technology

नीमच। भाग्यशाली होते हुए जिनके घर बेटियां होती है क्योंकि हर बेटी के भाग्य में पिता तो होता है लेकिन हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती है बेटे भाग्य से होती है होते हैं लेकिन बिटिया सौभाग्य से होती है दुनिया में कुछ लोग ऐसे हैं जिसके लिए बेटी टेंशन होती है और कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनके लिए बैठी टेंशन 10 बेटे होती है हर रिश्ते में पहले पुरुष का नाम आता है जैसे दादा दादी मामा में नाना नानी काका काकी पति-पत्नी भाई-बहन आदि लेकिन सिर्फ एक ही रिश्ता है जिसमें पुरुष का नाम बाद में आता है और वह है मां बाप वास्तव में मां बाप भगवान के रूप होते हैं इसलिए तो सीताराम राधा कृष्ण गौरीशंकर में मां का नाम पहले हैं यह बात विकास नगर के जैन श्वेताम्बर श्री महावीर स्वामी जिनालय की शीतल छाया में आयोजित चातुर्मास के दौरान आचार्य श्री जयन्तसेनसूरिजी के सुशिष्य मुनि श्री संयमरत्न विजय जी,मुनि श्री भुवनरत्न विजय जी ने प्रवचन देते हुए कही. उन्होंने कहा कि इसीलिए तो सीता-राम,राधा-कृष्ण,गौरीशंकर में माँ का नाम पहले है।लोग अपना जन्मदिन केक काटकर, मोमबत्तियाँ बुझाकर मनाते हैं।केक काटते हैं और बोलते हैं-हैप्पी बर्थडे टू यू।मोमबत्तियां बुझाना अच्छी बात नहीं है।यह तो प्रकाश से अंधकार की ओर जाना हुआ जबकि हम तो प्रकाश के पुजारी हैं।दीप जलाइए और गाइए-'ज्योति से ज्योति जलाते चलो' इस तरह जन्मदिन मनाओ,यह फूंकना-थूकना बंद करो।मोक्ष की इच्छा रखने वाली आत्मा को संसार संबंधी सभी दुःखों को नष्ट करने वाले परमात्मा के अमूल्य वचनों को हृदय में धारण करके चलना चाहिए।ज्ञान और दर्शन की लहरों से शोभायमान एक मात्र आत्मा ही सर्वशक्तिमान है।इस आत्मा से जो भिन्न पदार्थ है,वे सभी अनित्य हैं।मेरी स्त्री,मेरा पुत्र आदि जो यह प्राणी की ममत्व बुद्धि है,वही तो इस आत्मा को दुःख देने वाली है।

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