झाँँतला। इन दिनों ग्राम झाँतला मे भूमिगत जल स्तर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। प्राकृतिक जल स्त्रोत के साथ ही कृत्रिम जल संसाधनों भी पानी की कमी महसूस की जाने लगी है। ग्राम झांतला में बनी पेयजल की समस्या इसका ताजा उदाहरण है। जहां बीते 15 दिनों से पीने के पानी के लिए लोगो को दूर दूर तक भटकना पड़ रहा है।
इस बाबत ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम झांतला में घरेलु उपयोग के लिए 10 से 12 हैंडपम्प और 4 पंचायत स्वामित्व के नलकूप है। इनमे महज 6-7 हैंडपम्प ही चालू है, उनमे भी पानी कम आ रहा है, बाकी सभी साधन बन्द है।
यहा के ग्रामीणो ने बताया कि विगत 15 - 20 दिनों से नलों में भी पानी नहीं आ रहा है। पानी के लिए एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी तक जाना पड़ता है। इस बाबत पंचायत सचिव गजेन्द्रसिंह शक्तावत से पूछा गया तो उन्होंने बताया क्षेत्र में भूमिगत जल स्तर काफी नीचे चला गया है। पंचायत स्वामित्व के चार नलकूप है उनमे पानी नहीं होने से उन्हें बन्द कर दिया गया। यह बात सही है कि 15 दिनों से पेयजल व्यवस्था गड़बड़ा रही है लेकिन हमने डेढ़ किलोमीटर दुरी पर एक ट्यूबवेल का अधिग्रहण किया है। जल्दी ही व्यवस्था में सुधार हो जायेगा।