नीमच। शहर के प्राइवेट बस स्टैंड पर 3 शवों का कोरोना गाइडलाइन के तहत अन्तिम सँस्कार किया गया। साथ ही एक को गाइडलाइन के तहत ही दफनाया गया हैं। हालाँकि प्रशासन की ओर से कोरोना से किसी की भी मौत की पुष्टि नहीं हुईं हैं, अलबत्ता गाइडलाइन के तहत जलाया व दफनाया तो गया हैं। जिसमें से एक सिंधी समाज की महिला को जलाया गया है। बताया जा रहा हैं कि महिला की कोरोना रिपोर्ट आना शेष हैं, लेकिन लक्षणों के आधार पर कोरोना गाइडलाइन के तहत दाह सँस्कार किया गया हैं। दूसरी ओर बघाना में किसी व्यक्ति को दफनाया गया हैं। प्रशासन की अपारदर्शिता के कारण कुछ कतिपय लोग अफवाहों का माहौल निर्मित करते हैं। मौत के बाद प्रशासन को साफ करना चाहिए कि व्यक्ति की मौत किन कारणों से हुई हैं। आख़िर प्रशासन मौत के आँकड़े कम करने में क्यों लगा हैं? इस सवाल का जवाब प्रशासन के पास नहीं हैं।