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ख़ास खबर- दुश्मनों को आगाह करने वाली खबर, PM मोदी के ऐलान के 72 घंटे बाद ही बॉर्डर पर Tejas तैनात

Neemuch Headlines August 19, 2020, 8:20 am Technology

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि बॉर्डर पर चुनौतियों की भरमार है. चुनौतियां असमान्य हैं लेकिन हमें LAC से LoC तक तैयारी पूरी रखनी है. हमारे जवान दुश्मनों को उन्हीं की भाषा में जवाब भी दे रहे हैं।

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने तेजस लड़ाकू विमान को पश्चिमी मोर्चे पर तैनात कर दिया है. तेजस अनेक भूमिकाओं को निभाने के लिए सक्षम फाइटर जेट है. चीन और पाकिस्तान सीमा के करीब तेजस फाइटर जेट को तैनात किया गया है. लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के 72 घंटे बाद ही तेजस की बॉर्डर पर तैनाती हुई है. बॉर्डर पर चीन और पाकिस्तान से तनाव के बीच तेजस की तैनाती भारत के पराक्रम पर सबसे बड़ी खबर है।

भारतीय वायुसेना ने अपने एक और पवनपुत्र को बॉर्डर के पास तैनात कर दिया. ये बड़ा कदम क्यों उठाया गया? इसका जवाब 15 अगस्त को लाल किले से दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से मिलता है। पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने के लिए भारत ने कई बड़े कदम उठाए हैं. हाल ही में 100 से ज्यादा सैन्य उपकरणों के आयात पर हमने रोक लगा दी है. इनमें मिसाइलों से लेकर हल्के युद्धक हेलीकॉप्टर, असॉल्ट राइफल से लेकर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सभी मेक इन इंडिया के तहत बनाए जा रहे हैं. तेजस लड़ाकू विमान अपनी तेजी और ताकत दिखाने के लिए आधुनिक जरूरतों के हिसाब से देश में ही तैयार हो रहा है। आपको बता दें कि वेस्टर्न फ्रंट पर तेजस की तैनाती का मतलब बड़ा है. वेस्टर्न फ्रंट का मतलब राजस्थान-दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख तक होता है. तेजस के निशाने पर पाकिस्तान के साथ-साथ चीन भी है। तेजस ध्वनि की रफ्तार से भी तेज उड़ने वाला लड़ाकू विमान है. इसका वजन करीब साढ़े 6 हजार किलो है. ये साढ़े तीन टन विस्फोटक लेकर उड़ान भर सकता है. तेजस Air To Air और Air To Surface मिसाइलें भी फायर कर सकता है. इससे एंटी शिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लॉन्च किए जा सकते हैं. दिन हो या रात ये किसी भी समय उड़ान भर सकता है।

तेजस में Mid Air Refueling की तकनीक मौजूद है यानी इस विमान में हवा में ही ईंधन भरा जा सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से बता चुके हैं कि बॉर्डर पर चुनौतियों की भरमार है. चुनौतियां असमान्य हैं लेकिन हमें LAC से LoC तक तैयारी पूरी रखनी है. LAC से LoC तक हमारे जवान दुश्मनों को उन्हीं की भाषा में जवाब भी दे रहे हैं।

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