जावद! सम्पूर्ण भारत मे अनलॉक 2.0 शुरू हो गया है! लेकिन मध्यप्रदेश में नीमच जिले की तहसील जावद में अभी लॉकडाउन जारी रहकर कर्फ्यू लागू है. इसी दौरान 2 जुलाई को मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल का गठन हुआ और 28 विधायको का शपथ ग्रहण समारोह राजभवन भोपाल में आयोजित किया गया! उन्ही में से एक जावद विधानसभा क्षेत्र के विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने भी कैबिनेट मंत्री की शपथ ली, जैसे ही यह समाचार जारी हुआ की जावद क्षेत्र के विधायक कैबिनेट मंत्री के रूप में आज प्रातः 11 बजे भोपाल में शपथ लेंगे तबसे ही भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष का माहौल था!
राजभवन में जब विधायक सखलेचा ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली, इधर समर्थको में खुशी की लहरें हिंडोले मारने लगी! सोशल मीडिया पर भी बधाइयों का तांता लग गया, पूरे क्षेत्र में सखलेचा समर्थको ने उत्साह मनाने में कोई कसर नही छोड़ी! वही जावद में भी उनके समर्थकों में इतनी खुशी देखने को मिली कि जावद क्षेत्र के आस-पास के गाँव से भी कुछ लोग जावद इकट्ठे होने लग गए! भाजपा के होने के बाद भी कोरोना काल मे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कही बात भूल गए! प्रशासन की गाइडलाइन, धारा 144 और जावद में लगे कर्फ्यू के सारे नियमों को भूल गए! इन सारे नियमों को ताक में रखकर आतिशबाजी कर ढोल की थाप पर झुंड बनाकर नाचते कूदते और खुशियां मनाते हुए जावद की सड़कों पर निकल पड़े! किसी ने भी इस महामारी में नियमों का पालन नही किया! हद तो तब हो गई जब नगर की सीमाएं सील होने के बावजूद जावद क्षेत्र से लगभग 20 समर्थक नवनियुक्त मंत्रीजी को बधाई देने देर रात उनके निवास स्थान भोपाल तक दौड़ लगाकर पहुँच गए! फिर क्या था मंत्रीजी को बधाई दी गई, मिठाई खिलाई गई और सोशल मीडिया पर उनके फ़ोटो वायरल कर दिए!
अब सवाल यह उठता है जब 22 जून कंटेन्मेंट एरिया सखलेचा घाटी रहवासी अपनी कुछ मांगो को लेकर एकत्रित हुए थे, तब तो जावद थाना प्रभारी द्वारा नियमों का हवाला देकर कानून का उलंघन करने की बात कर रहे थे! आज उक्त मंत्रीजी के समर्थकों ने कानून का उलंघन ही नहीं किया, वरन कानून को तोड़ा भी है! अब कहा गए प्रशासन के नियम कायदे कानून ? दूसरी बड़ी बात विपक्ष की इसको लेकर अब तक कोई क्रिया प्रतिक्रिया नही आई, जबकि जावद के वार्ड 2 के कंटेन्मेंट खोलने पर राजनीति की बड़ी बड़ी बातें की गई, ज्ञापन भी दिया गया! अब विपक्षी कौन सी दुनिया मे गुमनाम हो गए! मुझे तो क्या नागरिको को भी यही लगता है सारे नियम कायदे कानून सिर्फ आम जनता के ऊपर ही लागू होते है! सभी के लिए नहीमंत्रीजी जी भी कोरोना संक्रमण पॉजिटिव थे उसके बाद भी वे राजभवन में शपथ लेते नजर आए, जबकि नियम कुछ और ही कहते है, खेर जो भी हो मंत्रीजी तो वीवीआईपी की श्रेणी में आते है! उन्हें भला कौन कुछ कहे, लेकिन अब अपुन (समर्थक) के विधायक मंत्रीजी जी बन गए है!
हमारा कौन, क्या, कुछ कर ही नही सकता! फिर भी आगे यह देखना है कि समाचार पढ़कर शायद गहरी नींद में सोया हुआ प्रशासन की आंखे खुले और नियमों के पाठ पढ़ाये जाए! समाचार लिखने का उद्देश्य किसी भी अति उत्साहित व्यक्तियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नही वरन नियमों का हवाला देने वाले प्रशासन को जगाना है. नियम सबके लिए समान होते है! जिसका उलंघन करने पर चाहे वह कोई भी हो समान कार्यवाही की जाना चाहिए!