भोपाल। वीआईटी विश्वविद्यालय सीहोर (VIT University Sehore) में छात्रों द्वारा की गई आगजनी, हंगामे और तोड़फोड़ की घटना पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने संज्ञान लिया है, उन्होंने प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर को विश्वविद्यालय का दौरा करने के निर्देश दिए हैं
साथ ही उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को इस मामले को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए हैं, उधर NSUI ने निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष से मुलाकात कर दोषियों पर एफआईआर करने की मांग की है, आयोग ने तीन सदस्यीय कमेटी बना दी है जो जो 3 दिन में जाँच कर रिपोर्ट सौंपेगी। सीहोर की वीआईटी यूनिवर्सिटी में मंगलवार रात हुई अप्रत्याशित घटना से पूरा प्रदेश स्तब्ध है, दूषित पानी से पीलिया होने, दूषित भोजन परोसे जाने की शिकायतों को जब प्रबंधन ने ना सिर्फ नजर अंदाज किया बल्कि शिकायत करने पर छात्रों के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई तो छात्रों का धैर्य टूट गया और उन्होंने रात को कैम्पस में तोड़फोड़ कर दी गुस्साए छात्रों ने कैम्पस में आग भी लगा दी, घटना के बाद देर रात विश्व विद्यालय प्रबंधन ने सभी छात्रों को मेल भेजकर हॉस्टल खाली करने का फरमान जारी कर दिया और 8 दिसंबर तक छुट्टी की घोषणा कर दी रात को अचानक आये फरमान के बाद छात्र छात्राओं ने हॉस्टल खाली करना शुरू कर दिया, उन्हें हाइवे रक् जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिला तो वो पैदल ही निकल लिए। VIT विश्वविद्यालय मामला, सीएम डॉ मोहन यादव के निर्देश, प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर करेंगी दौरा, 3 सदस्यीय कमेटी करेगी जांच, NSUI ने की FIR की मांग सीएम के निर्देश, प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर करेंगी दौरा निजी विश्व विद्यालय में हुए हंगामे तोड़फोड़ और आगजनी की घटना को सरकार ने संज्ञान लिया है, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जिले की प्रभारी मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री को निर्देश जारी किये हैं, डॉ यादव ने X पर लिखा- आज वीआईटी यूनिवर्सिटी प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए सीहोर जिले की प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर को परिसर का अविलंब दौरा कर छात्र-छात्राओं व प्रबंधन से संवाद स्थापित करने तथा आवश्यक कदम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
सिंगरौली के बासी-बैरदहा में जंगल कटाई पर गरमाई सियासत, उमंग सिंघार ने भाजपा सरकार पर खनन माफिया से सांठगांठ और ‘राज्य-प्रायोजित वनसंहार’ का आरोप लगाया उच्च शिक्षा मंत्री परमार और जिला प्रशासन को निर्देश उन्होंने लिखा ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को निजी विश्वविद्यालयों, शिक्षण संस्थानों की उच्च स्तरीय समीक्षा कर छात्र हितों से जुड़ी समस्याओं की पहचान एवं त्वरित निराकरण के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी विद्यार्थियों के भोजन-पानी से संबंधित समस्या को संज्ञान में लेकर त्वरित निराकरण करने के लिए निर्देशित किया है। विद्यार्थियों का हित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। NSUI ने की दोषियों पर एफआईआर की मांग उधर घटना के बाद NSUI ने निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष खेमसिंह डेहरिया से मुलाकात कर इस मामले की जांच की मांग की है और घटना के लिए दोषियों पर एफआईआर करने की मांग की है। एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा वीआईटी विश्वविद्यालय सीहोर में हुई घटनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कर विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच समिति गठित करने और जरूरी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की।
तीन दिन रिपोर्ट सौंपेगी जाँच समिति घटना के बाद निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग ने घटना की जाँच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है इसमें शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय भोपाल के प्राचार्य प्रोफ़ेसर अनिल शिवानी को अध्यक्ष बनाया गया है, शासकीय मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय भोपाल के प्रोफेसर संजय दीक्षित और शासकीय गांधी चिकित्सालय भोपाल के प्रोफ़ेसर डॉ लोकेन्द्र दवे को सदस्य बनाया गया है। ये समिति पूरे घटनाक्रम की जाँच कर तीन दिन में जाँच रिपोर्ट सौंपेगी।