डबरा/ग्वालियर: डबरा के बेलगाढ़ा गांव में जमीनी विवाद को लेकर हुए खूनी संघर्ष में गंभीर रूप से घायल एडवोकेट चंद्रभान मीना की इलाज के दौरान मौत हो गई है। उन्होंने ग्वालियर के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
परिजनों और वकीलों ने पुलिस पर लापरवाही और मामूली धाराओं में मामला दर्ज करने का आरोप लगाया है, जिसके विरोध में वकीलों ने सिंधिया चौराहे पर चक्का जाम कर दिया। यह मामला 11 नवंबर का है, जब डबरा सिटी थाना क्षेत्र के बेलगाढ़ा गांव में वकील चंद्रभान मीना और उनके पिता पर कुल्हाड़ी और लाठियों से जानलेवा हमला किया गया था। दोनों को गंभीर हालत में इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया था, जहां कई दिनों तक चले इलाज के बाद आज सुबह चंद्रभान मीना जिंदगी की जंग हार गए। डबरा : इलाज के दौरान वकील चंद्रभान मीना की मौत, पुलिस पर लापरवाही का आरोप, वकीलों ने किया चक्का जाम पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में शुरू से ही ढिलाई बरती। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हमले में बुरी तरह घायल होने के बावजूद एडवोकेट चंद्रभान मीना खुद पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे और पूरी घटना की जानकारी दी थी।
इसके बाद भी स्थानीय पुलिस ने मामले में केवल औपचारिकता निभाते हुए मामूली धाराओं के तहत केस दर्ज किया। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी पक्ष पहले भी उनके साथ मारपीट और लूट जैसी घटनाओं को अंजाम दे चुका है, लेकिन पुलिस ने कभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। डबरा मंडी में ‘मल्हार’ कटौती का विरोध करने पर दिव्यांग किसान से मारपीट! मंडी सचिव ने दिया व्यापारी पर कार्रवाई का आश्वासन, आख़िर कब रुकेगी लूट? वकीलों में आक्रोश, शहर में प्रदर्शन अपने साथी की मौत की खबर मिलते ही वकीलों में भारी आक्रोश फैल गया। अभिभाषक संघ के आह्वान पर बड़ी संख्या में वकील सिंधिया चौराहे पर इकट्ठा हुए और चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी वकील पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इस प्रदर्शन के कारण शहर में यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई। मामले के तूल पकड़ने और वकील की मौत के बाद पुलिस हरकत में आई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब मामले में आईपीसी की हत्या से संबंधित धाराएं बढ़ाई जाएंगी। वहीं, गांव में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।