Latest News

MP कफ सिरप मामला, सीएम डॉ मोहन यादव का निर्णय, किडनी संक्रमण से प्रभावित बच्चों के इलाज का खर्चा सरकार उठाएगी, निर्देश जारी

Neemuch headlines October 7, 2025, 4:30 pm Technology

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने के बाद हुई 16 बच्चों की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, कांग्रेस इसे लेकर सरकार पर हमलावर है, सरकार ने भी एक्शन लेते हुए प्रथम द्रष्टया जिम्मेदार अफसरों पर एक्शन लिया है अब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने फैसला लिया है कि कफ सिरप के कारण किडनी संक्रमण से जूझ रहे बच्चों के इलाज का खर्चा सरकार उठाएगी, उन्होंने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं। कफ सिरप कोल्ड्रिफ पीने से कुछ बच्चे गंभीर रूप से बीमार हैं, छिंदवाड़ा और बैतूल जिले के बच्चों का इलाज नागपुर के अस्पतालों में हो रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि किडनी संक्रमित बच्चों के उपचार के लिए संपूर्ण व्यय राज्य सरकार उठाएगी। नागपुर के अस्पतालों में चल रहा 9 बच्चों का इलाज मुख्यमंत्री ने कहा कि किडनी संक्रमण से प्रभावित बच्चों का अच्छे से अच्छा उपचार हो इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। नागपुर के शासकीय मेडिकल कॉलेज सहित एम्स अस्पताल,कलर्स हॉस्पिटल, न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल और गेटवेल हॉस्पिटल में बच्चों का इलाज जारी है। जहरीले कफ सिरप से बच्चों की मौत की घटना पर कमलनाथ ने सरकार को घेरा, स्वास्थ्य मंत्री की जवाबदेही पर उठाए सवाल परिवार को दी जाएगी इलाज की राशि उन्होंने कहा, कलेक्टर छिंदवाड़ा और बैतूल द्वारा बच्चों के परिवारों से सतत संपर्क रखते हुए आवश्यक सहायता दी जा रही है। भोपाल से भी बच्चों के उपचार और स्वास्थ्य लाभ की नियमित जानकारी प्राप्त की जा रही है। मुख्यमंत्री ने 9 बच्चों के उपचार के लिए संपूर्ण राशि प्रभावित परिवारों को राशि उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं।

सहायता के लिए दल गठित मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर कलेक्टर छिंदवाड़ा ने नागपुर में उपचार करवा रहे बच्चों की सहायता के लिए तीन दल गठित किए हैं। इन दलों में कार्यपालक मजिस्ट्रेट सहित एक विशेषज्ञ चिकित्सक को दायित्व दिया गया है। इन दलों द्वारा प्रभावित परिवारों से सतत संपर्क किया जा रहा है जिससे उपचार में किसी तरह की कोई समस्या न हो। डॉ मोहन यादव ने X पर दी जानकारी मुख्यमंत्री ने X पर बताया, “प्रभावित बच्चों के उपचार की समुचित व्यवस्था एवं सतत पर्यवेक्षण के लिए कार्यपालिक दंडाधिकारी और चिकित्सकों की संयुक्त टीम नागपुर में तैनात की गई है। यह टीम प्रभावित परिवारों एवं अस्पताल प्रबंधन के साथ निरंतर समन्वय बनाए रखते हुए बच्चों के उपचार की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रही है।”

Related Post