भोपाल। मानसून ट्रफ, लो प्रेशर एरिया और चक्रवातीय परिसंचरण के चलते 10-11 सितंबर तक मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने वाला है।आज रविवार को 20 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है।
खास करके मालवा-निमाड़ क्षेत्र में झमाझम बारिश की संभावना है। एमपी में अब तक 40.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 110 प्रतिशत है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। आज रविवार को इन जिलों में अलर्ट:- मंडला, आगर मालवा, राजगढ़ और खंडवा में बिजली व मध्यम बारिश। श्योपुर, गुना, अशोकनगर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, विदिशा, सीहोर, भोपाल, रायसेन, नर्मदापुरम,पचमढ़ी, बैतूल, छिंदवाड़ा, शाजापुर, देवास में हल्की बारिश मध्य प्रदेश में दीर्घावधि औसत से 25% अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 21% और पश्चिमी मध्य प्रदेश 28% अधिक वर्षा हुई है। एमपी में अब तक 40.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 110 प्रतिशत है। अब तक 32.4 इंच बारिश होनी थी। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी। गुना सबसे ज्यादा , 63.1 इंच , श्योपुर में 55.8 इंच, मंडला में 55.8 इंच और शिवपुरी में 53.3 इंच बारिश हुई है।
खरगोन में सबसे कम 25.1 इंच, खंडवा में 25.4 इंच, बुरहानपुर में 25.5 इंच, बड़वानी में 25.6 इंच और शाजापुर में 26.2 इंच बारिश हो चुकी है। वर्तमान में सक्रिय है कई मौसम प्रणालियां वर्तमान में मानसून ट्रफ़ जैसलमेर, दक्षिण राजस्थान के मध्य भागों पर बने सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र के केंद्र, गुना, दमोह, पेंड्रा रोड, संबलपुर, गोपालपुर और फिर पूर्व-दक्षिण-पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य भाग तक विस्तृत है। एक सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र दक्षिण राजस्थान के मध्य भागों पर अवस्थित है। इससे जुड़ा चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 9.6 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है और ऊँचाई के साथ दक्षिण की ओर झुक रहा है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते रहने और दक्षिण राजस्थान तथा संलग्न उत्तरी गुजरात पर एक अवदाब क्षेत्र (डिप्रेशन) में केंद्रित होने की संभावना है।
एक ट्रफ़ दक्षिण राजस्थान के मध्य भागों पर बने सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र से जुड़े चक्रवातीय परिसंचरण से मध्य प्रदेश होते हुए उत्तर-पूर्वी झारखंड तक माध्य समुद्र तल से 0.9 से 1.5 किमी की ऊंचाई के मध्य विस्तृत है।