बाढ़ पीड़ित किसानों को सहायता राशि मिलने से खिले चेहरे, CM यादव को दिया धन्यवाद

Neemuch headlines September 6, 2025, 3:45 pm Technology

भोपाल। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में बीते दिनों हुई भारी बारिश और बाढ़ ने किसानों की परेशानी को बढ़ा दी थी। यहां के स्थानीय लोगों का शहरों से कनेक्शन टूट गया था। जन जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका था। घरों में लबालब पानी भर जाने के कारण उन्हें बहुत ही तकलीफों से होकर गुजरना पड़ा।

जबेरा विधानसभा के तेंदूखेड़ा इलाके में हालात इतने बिगड़ गए कि खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह जलमग्न हो गईं। जिन किसानों ने सालभर मेहनत करके फसल तैयार की थी, देखते ही देखते पानी में सब कुछ बर्बाद हो गया। हालात ऐसे बने कि कई परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया। ऐसे में एमपी सरकार ने किसानों को बड़ी राहत पहुंचाई है। दरअसल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बाढ़ प्रभावित किसानों को राहत राशि जारी की।

भोपाल से सीएम वर्चुअल तरीके से कार्यक्रम में जुड़े और दमोह के एनआईसी कक्ष में मौजूद किसानों से सीधे संवाद किया। बाढ़ पीड़ित किसानों को सहायता राशि मिलने से खिले चेहरे, CM यादव को दिया धन्यवाद दी गई सहायता राशि इस दौरान उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि संकट के समय सरकार किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेगी और हर संभव मदद की जाएगी।

कार्यक्रम में जबेरा के विधायक और प्रदेश सरकार में संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र लोधी भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि जैसे ही बाढ़ आई थी, तुरंत प्रशासन को फसल नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिए गए थे। सर्वे तेजी से पूरा कराया गया और अब प्रभावित किसानों के खातों में सहायता राशि पहुंचा दी गई है। इससे पहले जिन किसानों के मकान क्षतिग्रस्त हुए थे, उन्हें भवन क्षति की राशि भी उपलब्ध कराई जा चुकी है। दमोह में वन विभाग ने किया 5 फीट लंबा मगरमच्छ का रेस्क्यू, लोगों ने ली राहत की सांस सीएम ने विभिन्न जिलों के अतिवृष्टि, बाढ़ एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों से वर्चुअली चर्चा कर सिंगल क्लिक के माध्यम से 11 जिलों के 17,500 कृषक भाइयों-बहनों को 20.6 करोड़ की राहत राशि का अंतरण किया। बता दें कि राज्य सरकार वर्ष 2025-26 में अब तक विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावितों को कुल 188.52 करोड़ की सहायता प्रदान कर चुकी है। चेहरे पर खुशी मंत्री लोधी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कार्रवाई तेजी से गई। साथ ही इस बात का खास ख्याल रखा गया कि किसी भी किसान को मदद पाने के लिए दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें। सहायता राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा की गई है, ताकि वे बिना देरी के राहत महसूस कर सकें। राहत राशि मिलने के बाद किसानों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी।

उन्होंने सरकार और मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस मदद से उन्हें नई शुरुआत करने का हौसला मिला है। किसानों ने कही ये बात किसानों ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि खेत पूरी तरह डूब गए थे और उन्हें डर था कि आगे का गुजारा कैसे होगा, लेकिन अब सरकार की मदद से उम्मीद जगी है।

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