अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 3,000 से ज़्यादा वाहन, जिनमें ज़्यादातर भारी मोटर वाहन (एचएमवी) हैं, फंसे हुए हैं। साथ ही, केंद्र शासित प्रदेश के सभी प्रमुख मार्ग ताज़ा बारिश के बाद बंद रहे।
एक अधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन और गिरते पत्थरों के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर अवरुद्ध हो गया, जिससे बुधवार को वाहनों की आवाजाही रोकनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि, बहाली का काम चल रहा है, लेकिन लगातार गिरते पत्थरों और खराब मौसम के कारण सफाई अभियान में बाधा आ रही है। उन्होंने आगे कहा कि गुरुवार तक राजमार्ग को फिर से खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा, अन्य महत्वपूर्ण सड़कें भी बंद कर दी गई हैं। घाटी को लद्दाख से जोड़ने वाला श्रीनगर-सोनमर्ग-गुमरी (एसएसजी) मार्ग भी अवरुद्ध है, जबकि सिंथन टॉप रोड और मुगल रोड भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन के बाद असुरक्षित हो गए हैं। यातायात विभाग के एक अधिकारी के बकौल, लगातार बारिश ने बहाली कार्य को मुश्किल बना दिया है। हमारी टीमें ज़मीन पर मौजूद हैं, लेकिन सुरक्षा प्राथमिकता बनी हुई है क्योंकि रुक-रुक कर नए भूस्खलन हो रहे हैं। इन सड़कों के बंद होने से संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे आवश्यक आपूर्ति और यात्री आवाजाही दोनों प्रभावित हुई है। केंद्र शासित प्रदेश के बाहर के बाजारों के लिए कश्मीर से आने वाले फलों से लदे ट्रक भी फंसे हुए हैं। अधिकारी ने कहा कि हम पिछले कई दिनों से फलों के टुकों को प्राथमिकता दे रहे हैं क्योंकि 26 अगस्त से राजमार्ग पूरी तरह से बहाल नहीं हुआ है। उधमपुर और चेनानी के बीच 20 किलोमीटर का हिस्सा, खासकर बानी नाला और समरोली के बीच 10 किलोमीटर का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त है।
सबसे ज़्यादा प्रभावित जगहों में थराड ब्रिज, बल्ली नाला और समरोली के दोनों कैरिजवे शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अगर मौसम स्थिर रहता है, तो दो लेन वाला यातायात जल्द ही बहाल हो सकता है। उन्होंने कहा, हमारे लोग और मशीनें काम पर हैं, हमें बस यातायात बहाली में तेजी लाने के लिए साफ़ मौसम की ज़रूरत है। इस बीच, कुलगाम पुलिस ने राजमार्ग पर यातायात बाधित होने के कारण फंसे वाहन चालकों और यात्रियों के लिए काजीगुंड में लंगर (सामुदायिक रसोई) का आयोजन किया। इस पहल का नेतृत्व कुलगाम के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक साहिल सारंगल (आईपीएस) ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (राजमार्ग) काजीगुंड, एसडीपीओ काजीगुंड और अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ किया। मौके पर पौष्टिक भोजन और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की गई, जिससे संकटग्रस्त लोगों को आवश्यक राहत मिली। इस पहल की यात्रियों और स्थानीय लोगों दोनों ने व्यापक सराहना की, जिन्होंने पारंपरिक पुलिसिंग से परे जन कल्याण के लिए पुलिस की प्रतिबद्धता की सराहना की। पुलिस ने कहा कि यह प्रयास हर परिस्थिति में समुदाय के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने के उनके संकल्प की पुष्टि करता है। अंतिम संस्कार करना पड़े स्थगित इसी तरह, उधमपुर पुलिस ने फंसे हुए लोगों को भोजन, पानी और अन्य ज़रूरी सामान मुहैया कराया और सड़क बहाल होने तक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की। एक प्रवक्ता ने कहा, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण राजमार्ग बंद रहा, जिससे कई यात्री और वाहन चालक फंस गए। उधमपुर पुलिस ने ज़रूरी सामान मुहैया कराया और सड़क बहाल होने तक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की।