भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार भारी बारिश और बाढ़ ने कई जिलों में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित प्रदेशवासियों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है और राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं।
मौसम विभाग ने 31 जुलाई को प्रदेश के 12 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। शिवपुरी, मुरैना, मंदसौर, नीमच, अशोकनगर, गुना, श्योपुर, मंडला, बालाघाट, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा और सिवनी जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान साढ़े चार इंच तक बारिश होने की संभावना जताई गई है। एमपी में बाढ़ और अतिवृष्टि से कई जिले प्रभावित मध्यप्रदेश के कई जिले जैसे मुरैना, ग्वालियर संभाग, शिवपुरी, गुना, दमोह, अशोकनगर, रीवा, रायसेन, विदिशा, और आलीराजपुर, भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। इन जिलों में नदियों और नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में नर्मदापुरम, हरदा, गुना, शिवपुरी, रायसेन, विदिशा, सीहोर, और भोपाल सहित कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। मालेगांव बम ब्लास्ट मामला: मोहन यादव बोले- “ये कांग्रेस की संकुचित मानसिकता पर करारा प्रहार”, हेमंत खंडेलवाल ने कहा “सत्यमेव जयते” मुख्यमंत्री ने दिया हर संभव सहायता का आश्वासन मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल के स्टेट कमांड सेंटर से स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने कहा है कि ‘अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित प्रदेशवासियों के साथ मध्यप्रदेश सरकार पूरी संवेदना से खड़ी है। सरकार हर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है। प्रभावित जिलों में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं।’ सीएम ने कहा कि प्रभावितों को हरसंभव सहायता पहुंचाने के लिए सरकार पूरी तरह काम कर रही है और राहत शिविरों में भोजन, आवास और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार और प्रशासन पूरी तरह तत्पर है।