ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने शिवपुरी जिले के खनियाधाना में पदस्थ एक भ्रष्ट पटवारी को उसके ही कार्यालय में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है, रिश्वत की राशि बरामद करने के बाद उसके खिलाफ केस रजिस्टर्ड किया गया है, लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में उसकी मदद करने वाले तहसील में पदस्थ चौकीदार और एक प्राइवेट व्यक्ति को भी आरोपी बनाया है।
ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस एसपी राजेश मिश्रा से मिली जानकारी के मुताबिक शिवपुरी जिले की खनियाधाना तहसील के ग्राम बामौर कला, मजरा चौकाखेडा निवासी सुखदेव यादव ने उनके कार्यालय में एक शिकायती आवेदन देकर हल्का पटवारी पर रिश्वत मांगे जाने के आरोप लगाये थे। जमीन का सीमांकन करने पटवारी ने मांगी रिश्वत सुखदेव यादव ने आवेदन में बताया कि उसकी चाची नंदकुअर की कृषि भूमि ग्राम बामौरकला, मजरा चौकाखेडा तहसील खनियाधाना में है। इस कृषि भूमि का सीमांकन करने के बदले में हल्का पटवारी रघुराम भगत 10,000/- रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है। तहसीलदार का रीडर ले रहा था रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ दबोचा, मामला दर्ज 10 हजार रुपये की मांग की थी आवेदन मिलने के बाद ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने इसका सत्यापन कराया। सत्यापन के लिए टेप रिकॉर्डर दिया गया, बातचीत के दौरान पटवारी ने सुखदेव के अनुरोध पर रिश्वत की राशि कम करके 8, 000/- रुपये रिश्वत की मांग की। सत्यापन के बाद लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी पटवारी रघुराम भगत के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया।
रिश्वत हाथ में आते ही धरा गया पटवारी अपराध पंजीबद्ध करने के बाद लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर की टीम गठित की गई, ये टीम आज पटवारी रघुराम भगत के बताये उसके निजी कार्यालय पर आवेदक के साथ पहुंची आवेदक से जैसे ही 8,000/- रुपये रिश्वत की राशि पटवारी को दी लोकायुक्त ने उसे दबोच लिया और रिश्वत राशि बरामद कर ली, लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में उसका सहयोग करने वाले तहसील के चौकीदार नंदलाल और प्राइवेट व्यक्ति दिनेश कुमार लोधी को भी अरोपी बनाया है।