भोपाल। मध्यप्रदेश में डॉक्टर मोहन सरकार अब छोटे किसानों को सौर ऊर्जा के माध्यम से “बिजली उत्पादक” बनाने जा रही है। देश के अन्य राज्यों के मुकाबले में प्रदेश सरकार का किसानों के लिए एक अभिनव प्रयोग है। जो नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को एक नई पहचान देगा। 10 जून को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेन्शन हाल में यह समिट आयोजित की जाएगी जिसमें पूरे प्रदेशभर से किसान शामिल होंगे। “सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना” मंत्री राकेश शुक्ला ने रविवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि “सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना” के माध्यम से प्रदेश के छोटे किसान अब बिजली उत्पादक बनेंगे। इसमें निवेशकों से भी सहयोग लिया जाएगा लेकिन हमारी सरकार की मूल भावना है कि नवकरणीय ऊर्जा के माध्यम से किसान सस्ती बिजली का उत्पादन करें उसका उपयोग भी करें और बेचे भी। वोकलफार लोकल मंत्री राकेश शुक्ला ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत विद्युत सब स्टेशंस की 100% क्षमता तक की सौर परियोजनाओं को स्थापित करने का सरकार ने निर्णय लिया है। इस योजना से वोकलफार लोकल के अंतर्गत स्थानीय उद्यमियों के लिए निवेश एवं रोजगार के अवसर मिलेंगे। शासन के साथ 25 वर्षों तक का विद्युत क्रय अनुबंध किया जाएगा। मंत्री शुक्ला ने बताया कि किसान को सिंचाई के लिए दिन में बिजली उपलब्ध हो सके। साथ ही उसकी जीवन शैली व्यवस्थित हो सके। इस योजना का उद्देश्य है।