दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में अब कुछ दिन गर्मी का प्रकोप (Delhi-NCR) एक बार फिर से देखा जा सकता है। दूसरी ओर राजस्थान (Rajasthan) में वर्षा की संभावना है तथा यूपी और बिहार (UP and Bihar) में बारिश धमने की उम्मीद है। आईएमडी के अनुसार बिहार समेत पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में भारी बारिश हुई। असम (Assam) में बाढ़ 7 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। सिक्किम (Sikkim) में लैंड स्लाइड (land slide) होने से 64 नागरिक अब भी फंसे हुए हैं। दिल्ली-एनसीआर में तापमान बढ़ेगा दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिनों में तापमान 42 डिग्री तक पहुंच सकता है और इसी बीच मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि सतह पर हवाएं चलेंगी, इसकी वजह से लू की संभावना नहीं है। पूर्वानुमान के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में 6 से 10 जून तक आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। 7 से 10 जून तक सतह पर तेज हवाएं चलेंगी। इनकी गति 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहेगी। अधिकतम तापमान इस दौरान 38 से 42 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 से 28 डिग्री तक रह सकता है।
यूपी में थम जाएगी बारिश: उत्तरप्रदेश में पिछले 2 दिनों से मौसम पूरी तरह से बदल गया है। राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में बारिश और तेज हवा का असर देखने को मिला है जिसकी वजह से मौसम पूरी तरह से सुहाना हो गया है। प्रदेश में 6 जून से बारिश का सिलसिला पूरी तरह से थम जाएगा। आने वाले दिनों में प्रदेशवासियों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। बिहार में फिर बढ़ेगा तापमान: पूर्वी बिहार में चक्रवात के कारण कई जिलों में मौसम बदल गया है। मेघ गर्जन और वज्रपात की संभावना बनी हुई है। आईएमडी के अनुसार अगले 2 से 4 दिनों में तापमान 4 डिग्री तक बढ़ सकता है। बुधवार को पटना समेत 10 जिलों में बारिश हुई जिससे तापमान में गिरावट आई। सबसे ज्यादा बारिश किशनगंज में हुई और गया में तेज आंधी आई। मौसम विभाग ने सीमांचल और कुछ अन्य जिलों में भारी बारिश और आंधी की चेतावनी जारी की है। राजस्थान जारी रहेगा बारिश का दौर राजस्थान में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 2-3 दिन तक बारिश का दौर जारी रहने की भी संभावना है। बताया जा रहा है कि इस बार मानसून जल्दी आने की संभावना है और प्री-मानसून की बारिश भी अच्छी होने वाली है। राजस्थान में इन दिनों प्री मानसून की बारिश हो रही है। बारिश भी हल्की नहीं बल्कि लबालब हो रही है। एक के बाद एक लगातार अलग-अलग पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से पिछले कई दिनों में बारिश का दौर रुक-रुककर जारी है। जयपुर, टोंक, सीकर, अजमेर, नागौर और गंगानगर सहित कई शहरों में बारिश की वजह से सड़कें लबालब हो गई हैं। तापमान में भी गिरावट आई है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय : एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल में 5.8 किमी की ऊंचाई पर ट्रफ के रूप में सक्रिय है जिसकी धुरी लगभग 178° पूर्व देशांतर के साथ 26° उत्तर अक्षांश के उत्तर में फैली है। दक्षिण पंजाब और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) बना हुआ है।
एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण उत्तर से बांग्लादेश और उसके आसपास के क्षेत्रों में 0.9 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। उत्तर-पूर्व असम और आसपास के क्षेत्रों में भी एक चक्रवाती परिसंचरण बना है। उत्तर गुजरात और आसपास के क्षेत्रों में 1.5 से 3.1 किमी की ऊंचाई पर एक और चक्रवाती परिसंचरण देखा गया है। उत्तर से दक्षिण की ओर एक ट्रफ रेखा लगभग 88° पूर्व देशांतर और 22 उत्तर अक्षांश के उत्तर में 3.1 किमी की ऊंचाई पर फैली हुई है। पिछले 24 घंटों की देशभर में हुई मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज वर्षा हुई। पूर्वोत्तर भारत, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ वर्षा हुई। ओडिशा, आंध्रप्रदेश, आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की बारिश दर्ज की गई। आज शुक्रवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज शुक्रवार, 6 जून को सिक्किम, सबहिमालयी पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर बिहार और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश संभव है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों, दक्षिण गुजरात, पूर्व और उत्तर-पश्चिम राजस्थान, पश्चिम मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्यप्रदेश में हल्की बारिश और गरज के साथ वर्षा हो सकती है। एमपी में 15 जून तक दस्तक दे सकता है मानसून, अभी गर्मी का प्रकोप भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में 6 जून से तापमान फिर से बढ़ेगा तथा इंदौर व भोपाल समेत अनेक शहरों में गर्मी और उमस से लोग परेशान होंगे। आईएमडी के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून अभी 8-10 दिन दूर है तथा 12 जून तक मौसम ऐसा ही रहेगा तथा 15 जून तक मानसून दस्तक दे सकता है। चक्रवातीय घेरे, पश्चिमी विक्षोभ और प्री-मानसून के प्रभाव से मध्यप्रदेश में आंधी-बारिश का दौर था जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली हुई थी। लेकिन अब मौसम विभाग ने एक बार फिर से गर्मी का दौर चलने का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग का कहना है कि 6 जून से मौसम एक बार फिर बदलेगा और अब राजस्थान से आने वाली गर्म हवाएं मध्यप्रदेशवासियों को फिर से सताएंगी जबकि मानसून अभी 8 दिन दूर है।मानसून की रफ्तार कुछ थमी : पश्चिम बंगाल में एंट्री के बाद मध्यप्रदेश में मानसून की रफ्तार कुछ कुछ थम गई है। 24 मई को मानसून ने केरल में दस्तक दी थी। उसके बाद तेजी से दक्षिण भारत के राज्यों में फैल गया, इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि मानसून इस बार समय से पहले ही मध्यप्रदेश में पहुंच जाएगा। लेकिन मध्यप्रदेश में दस्तक देने से पहले इसकी रफ्तार धीमी हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 8 से 10 दिन के बाद फिर से मानसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक मध्यप्रदेश में तय समय यानी 15 जून तक या उससे पहले दस्तक दे सकता है।