भोपाल।जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने ओमती थाने में पदस्थ पुलिस आरक्षक को पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरक्षक का नाम नीतेश शुक्ला है, जिसने फरियादी के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करवाने का दबाव बनाते हुए 25 हजार रुपए रिश्वत की मांग की, और गाड़ी रख ली। बाद में थाने में खड़ी गाड़ी छोड़ने के नाम पर 5 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की, जिसकी शिकायत फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस से की थी। आज दोपहर पुलिस आरक्षक नीतेश को थाने के बाहर से गिरफ्तार किया है। जबलपुर के अंधेरदेव में रहने वाले शिवम चौरासिया की हार्डवेयर शॉप है, उन्हें अपना व्यापार बढ़ाने के लिए पैसों की जरूरत थी, उन्होंने अपने दोस्त आयुष सोनी से संपर्क किया और सोने के दो कंगन देते हुए साढ़े तीन लाख रुपए मांगे। आयुष ने शिवम से चूड़ी तो ले ली लेकिन उसके बदले पैसे नहीं दिए, शिवम ने उसके घर के कई चक्कर काटे पर पैसे नहीं मिले।
परेशान होकर शिवम ने ओमती थाने में आयुष के खिलाफ आवेदन दिया, जिसके लिए पुलिस ने ना सिर्फ कई चक्कर कटवाए, बल्कि फरियादी की ही बाइक यह कहते हुए जब्त कर ली कि उसने सोने के नकली कंगन दिए है। शिवम ने लोकायुक्त पुलिस को बताया कि 27 मई को जब वह थाने गया तो उससे यह कहा गया कि आवेदन में गलती है, फिर से लिखकर लाओ। इसके बाद फरियादी अगले दिन 28 मई को फिर थाने गया जहां पर कि आरक्षक नीतेश शुक्ला ने एसआई शिवगोपाल गप्ता से मिलवाया, जहां कहा गया कि शिकायत पत्र में बहुत गलतियां है, और आयुष को तुमने जो सोने के कंगन दिए है, वह नकली है, जिसके कारण तुम्हारे खिलाफ ही मुकादमा दर्ज किया जाएगा। फरियादी को धमकाया तुम पर मुकदमा करेंगे जेल भेज देंगे शिवम 29 मई को फिर से जब ओमती थाने गया, तो वहां पर उसकी बाइक को जब्त कर लिया गया। रिश्वतखोर पुलिस आरक्षक नीतेश शुक्ला ने शिवम का आवेदन लेकर एसआई से मिलवाया, जिसके बाद दोनों ने धमकाया कि 25 हजार रुपए लेकर आओ, नहीं तो नकली सोने के कंगन बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भिजवा देंगे। पुलिस ने शिवम की वो गाड़ी भी जब्त कर रख ली, जिसे वह अपने दोस्त से मांगकर लाया था। शिवम बार-बार थाने के चक्कर काट रहा था, और गाडी मांग रहा था, पर हर बार पुलिस आरक्षक थाने से उसे भगा दिया करते थे। रिश्वत लेते पुलिस आरक्षक रंगे हाथ दबोचा पुलिस की हरकत से परेशान होकर शिवम ने जबलपुर लोकायुक्त एसपी से संजय साहू से मुलाकात कर पूरी घटना बताई। जिसके बाद लोकायुक्त टीम ने घटना की जाँच की और साक्ष्य जुटाए और रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होते ही ट्रैप प्लान की और लोकायुक्त पुलिस ने आज दिन में थाने के बाहर आरोपी आरक्षक नीतेश शुक्ला को 5000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया, लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी आरक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।