नीमच ।पुण्य कर्म करने से ही जीवन में सुख समृद्धि और शांति मिलती है। हम जैसे कर्म करते हैं। प्रकृति हमें वैसे ही फल देती है। इसलिए हम सदैव अच्छे कर्म करें तो हमारे जीवन का कल्याण हो सकता है। यह बात भागवत आचार्य पंडित नरेन्द्र नागदा ने कही। वे नीमच जिले के छोटे से कस्बे ग्राम बिसलवास खुर्द निवासी उमाशंकर श्रीमती कमला नागदा के पुत्र गुणवंत नागदा मेनारिया के सेवानिवृत्ति कार्यक्रमों की पावन उपलक्ष्य में आयोजित श्री मद् भागवत कथा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यज्ञ के बिना हमारा जीवन सफल नहीं होता है।
यज्ञ जीवन में सुख शांति प्रदान करता है। पूर्वजों की निंदा नहीं करनी चाहिए चाहे वह राजनीतिक स्तर ही क्यों नहीं हो। एकाग्रता के बिना कथा श्रवण नहीं करना चाहिए नहीं तो इसका फल नहीं मिलता है। गीता उपदेश भाग्य से पहले और समय से अधिक कुछ नहीं मिलता है के धैय वाक्य पर चलना चाहिए जीवन में दुःख कभी नहीं आएगा। ये थे धार्मिक प्रसंग .... श्रीमद्भागवत कथा में पंडित नरेंद्र नागदा ने दक्ष प्रजापति, रुचि प्रजापति, आकृति, देवहूति, प्रसूति देवकन्या , प्रियव्रत, उत्तानपाद, पृथ्वी वरहा अवतार, मरीचि, ऋषि कर्दम ऋषि आदि धार्मिक विषयों के वर्तमान परिपेक्ष के महत्व पर प्रकाश डाला। श्रीमद् भागवत कथा का सीधा प्रसारण सत्संग चिंतन युटुब पर किया जा रहा है। श्रीमद् भागवत कथा पोथी पूजन आरती में निम्बाहेडा के सेवानिवृत्ति प्रधानाचार्य व भारत विकास परिषद निंबाहेड़ा के अध्यक्ष मांगीलाल मेनारिया, रमेश चंद्र नागदा घसुंडी, मुरली नागदा कानाखेडा, भाजपा जिला महामंत्री ममता नागदा, सुगनाबाई नागदा, भारत मेनारिया अमेरिका, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
कथा में आज नरसिंह अवतार... श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा में आज मंगलवार को ऋषभदेव अवतार, जड़ भरत कथा , अजामिल, इंद्रावर्तसुर वध, भक्त प्रहलाद एवं नरसिंह अवतार जैसे विभिन्न धार्मिक विषयों के महत्व पर प्रकाश डाला जाएगा कार्यक्रम की पावन श्रृंखला में आचार्य नरेंद्र देव नागदा के श्री मुख से श्रीमद्भागवत ज्ञान गंगा प्रतिदिन 4 मई से 10 मई तक प्रतिदिन सुबह 11 से 4 बजे तक प्रवाहित होगी। श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा का शुभारंभ 4 मई को सुबह 7 बजे मंगल कलश यात्रा से हुआ।
उक्त जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता शिक्षक दशरथ नागदा ने दी है।