मंडफिया। मेवाड़ के कृष्णधाम श्री सांवलियाजी में भक्तों ने अपने नए साल की शुरुआत सांवरा सेठ के दर्शन के साथ की। कोहरे और ठंड होने के बावजूद भी भक्तजन सुबह 4 बजे से लाइन में खड़े नजर आए। सुबह 5.30 बजे सांवरा सेठ के मंगला आरती में हजारों श्रद्धालु मौजूद रहें।
भक्त सिर्फ आज ही नहीं बल्कि 30 दिसंबर की रात से आना शुरू हो गए थे। 31 दिसंबर को भी दिन भर में लाखों श्रद्धालु मंदिर आए। वहीं, श्री सांवलिया जी प्राकट्य स्थल मंदिर में भी भक्तों ने नए साल के सुबह की पहली किरण पर ढोल- नगाड़ों की ताल पर झूमते नजर आए। ठंड और कोहरे में भी डटे रहे श्रद्धालु मंडफिया स्थित श्री सांवलियाजी में 3 दिनों से लगातार श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। साल के अंतिम दिन और नए साल की शुरुआत भक्तजन अपने सांवरा सेठ के दर्शन के साथ करना चाहते हैं। ऐसे में सांवरा के दर पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। बुधवार तड़के 4 बजे से ही श्रद्धालु मंगला आरती के दर्शन के लिए लाइन लगे हुए नजर आए। 30 दिसंबर से भक्तों का श्री सांवलिया जी में आना शुरू हो गया था। 31 दिसंबर पूरे दिन भर लगभग लाखों की तादात में भक्त पहुंचे। यहां पूरे राजस्थान सही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र के अलावा पूरे देश के कोने-कोने से भक्त पहुंचे हैं। बुधवार को मंगला आरती के बाद राजभोग आरती में भी भारी भीड़ देखी गई है। ठंड और कोहरे में भी श्रद्धालु डटे रहे।
रेड कारपेट बिछाया श्रद्धालुओं को कई घंटे तक मंदिर में खड़े रहना पड़ता है, इसके लिए मंदिर मंडल ने भक्तों के लिए रेड कारपेट बिछाया। भक्तों की अपार संख्या को देखते हुए मंदिर मंडल की ओर से विशेष तैयारियां की गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले महीने खुलने वाले भंडार में पिछला रिकॉर्ड भी टूट सकता है। इस बार भादसोड़ा रोड तक भी भक्तों की लंबी लाइन देखी गई है। बता दे कि सांवरा सेठ के लिए भक्तों के मन में काफी श्रद्धा और विश्वास है। माना जाता है कि सांवरा के दर पर जो भी मन्नत मांगी जाती है, वह पूरी होती है। यह ख्याति लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले कई सालों से हर वर्ग के लोग होटलों की जगह मंदिर में आने लगे। इस बदलते ट्रेंड के कारण मंदिरों में भीड़ बढ़ने लगी है। ढोल- नगाड़ों की ताल पर झूमे भक्त वहीं, श्री सांवलियाजी प्राकट्य स्थल मंदिर में भी भक्त अलसुबह से ही लाइन में खड़े रहे। सूरज की पहली किरण के साथ नए साल के स्वागत के लिए भक्तों ने ढोल नगाड़े की ताल पर झूमते नजर आए। यह नजारा देखने लायक था। मंदिर को माली समाज के भक्तों ने फूलों से सजाया है।
सुबह से भादसोड़ा और आसपास के गांवों से भक्तों की भीड़ मंदिर पहुंची। मंदिर पर हेलिकॉप्टर से की पुष्प वर्षा मंदिर मंडल के सीईओ और एडीएम प्रशासन प्रभा गौतम, श्री सांवलियाजी मंदिर के सदस्य संजय मंडोवरा सहित लगभग 450 कर्मचारी सुबह 5 बजे से ड्यूटी में लगे है। भक्तों को किसी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिए एडीएम प्रभा गौतम लगातार निर्देश देती हुई नजर आई। इस दौरान किसी भक्त द्वारा मंदिर के कलश पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।