नीमच । वैदिक मंत्रों प्रार्थना नियुद्ध, का प्रदर्शन करती बालक बालिकाओं ने विभिन्न रचनाओं का प्रदर्शन किया। यह ओजपूर्ण दृश्य साकार हुआ गायत्री मंदिर प्रांगण में, जहां राष्ट्र सेविका समिति का एक दिवसीय बालिकाओं के लिए बाल संस्कार प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया।
25 दिसम्बर को गायत्री मंदिर प्रांगण में सुबह 11:30 बजे से 12:00 तक 6 साल से 13 साल तक के बालक बालिकाओं शिविर हेतु पंजीयन हुआ इसके पश्चात् दोपहर 12 बजे कुमकुम अक्षत के लगा कर बच्चों का स्वागत किया गया। तत्पश्चात प परिचय के साथ वर्ग की शुरुआत हुई । उद्घाटन सत्र की शुरुआत देवी अष्टभुजा वंदनीय मौसी लक्ष्मी केलकर व शांता अक्का ताई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सत्र की गई। इस मौके पर बच्चों से तुलसी पूजन करवा कर तुलसी माता की महत्व के बारे में जानकारी दी गई। द्वितीय सत्र में गीत देश हमें देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखें वी एक अभिनय गीत और खेल लिए गए। तृतीय सत्र भोजन के पश्चात आरंभ हुआ। दोपहर 2 बजे से 3 बजे बौद्धिक स्वाति शर्मा प्राचार्य कम राइस पब्लिक स्कूल सरवानिया महाराज विषय बच्चे सफलता कैसे प्राप्त करे भारत देश की जानकारी।
चतुर्थ सत्र 310 से 350 में संस्कृति नाटिका पूर्ण श्लोका देवी अहिल्या माता पर, शाखा में नियुद्ध और समिति प्रार्थना हुई। साथ अल्पाहार के साथ बाल संस्कार वर्ग का समापन हुआ। बालक बालिकाओं ने बड़ी संख्या में बाल संस्कार वर्ग में भाग लिया।
बाल संस्कार वर्ग में राष्ट्र सेविका समिति की मंदसौर विभाग कार्यवाहीका सुधा महावर, मंदसौर विभाग सेवा प्रमुख ज्योति खंडेलवाल, मंदसौर विभाग प्राचार प्रमुख लक्ष्मी प्रेमाणी मंदसौर, विभाग शारीरिक प्रमुख खुशबू मेघवाल, नीमच जिला कार्यवाहीका निर्मल अग्रवाल, नगर कायवाहिका ज्योति नरेला, नगर तरुणी प्रमुख अनुष्का नरेला, गायत्री मंदिर ट्रस्टी मंजुला शर्मा, सेवा मंदिर वार्डन सरिता कश्यप, जयश्री चौबे, लता अग्रवाल, किरण महावर, रुचि महावर उपस्थित रहे। शाम 4: 15 बाल संस्कार वर्ग का समापन गायत्री मंत्र पुस्तक लेखन वितरण अल्पाहार के साथ किया गया।