बिहार के एक परिवार को गोवा जाते समय गैगल मैप की मदद लेना खासा महंगा पड़ गया। इस वजह से उसे कर्नाटक के बेलगावी में जंगल में भटकना पड़ा। रात भर वे अपनी कार में फंसे रहे। सुबह कई किलोमीटर का सफर तय करने के बाद मोबाइल नेटवर्क मिला और पुलिस की मदद से किसी तरह वे जंगल से निकलने में सफल रहे।
यह जंगल वन्यजीवों के लिए जाना जाता है।बेलागवी पुलिस कंट्रोल रूम ने खानपुर पुलिस को सूचना दी। GPS लोकेशन की मदद से पुलिस और ग्रामीणों ने परिवार को ढूंढ निकाला। परिवार खुशनसीब था कि वह ऐसी जगह फंसा था जहां उन्हें अंततः मोबाइल सिग्नल मिल सका। गूगल मैप्स की वजह से पहली बार कोई परिवार मुश्किल में नहीं फंसा है। जून 2024 में केरल के सुदूर उत्तरी कासरगोड जिले में 'गूगल मैप्स' का उपयोग करके अस्पताल का रास्ता तलाश रहे 2 युवक अपनी कार को उफनती नदी में लेकर चले गए, लेकिन वाहन के एक पेड़ से फंस जाने के कारण चमत्कारिक रूप से बच गए। उत्तर प्रदेश में भी ऐसी ही एक घटना हुई थी। गूगल मैप्स ने एक अधूरे पुल से कार को नीचे गिरा दिया था। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।