सिंगोली। सिंगोली के वार्ड 14 में सोमवार को कलश यात्रा के साथ शुरू हुऐ धार्मिक आयोजन के साथ मंगलवार को मनोकामना पुर्ण करने वाले कुम्हार मोहल्ला स्थित बजरंग व्यायाम शाला पुराने अखाड़े में दो दिवसीय अनुष्ठान जिसमें अखण्ड रामायण के बाद विधि-विधान से पंचमुखी हनुमान जी मूर्ति की स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार और हवन-पूजन से वातावरण भक्तिमय हो गया।
इस दौरान लोगों ने हवन कुंड में आहुति देकर देश मैं व्याप्त समूल बिमारियों को समाप्त कर आमजन के सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान मंगलवार शाम को सुंदर काण्ड का पाठ भी किया गया जिसमें नगर के सभी धर्मप्रेमी माताओ बहनो व बच्चों ने धर्म लाभ लिया हनुमान जी के गुणों का विस्तार से वर्णन किया गया। बताते चलें उक्त कुम्हार
मोहल्ले में करीब 70 वर्ष पुर्व स्वर्गीय श्री छोटे लाल जी अहीर बजरंग व्यायाम शाला चलाते थे तत्पश्चात स्वर्गीय श्री मांगीलाल जी पंचोली के कर कमलो से यहाँ व्यायाम शाला प्रारम्भ की गई उस समय यहा आने वाले युवाओं को कुश्ती के दाव पेच स्वर्गीय श्री अहीर के साथ साथ इनके शिष्य रहे स्वर्गीय हजारी लाल खटीक एवं मदन लाल सुतार ने अपनी ज्ञातव्य कलाओ को सिखाना प्रारम्भ किया व दोनो ही गुरु पद पर प्रतिष्ठित हुऐ उस कालखण्ड में युवाओं की संख्या शारीरिक बल एवं स्वस्थ शरीर के प्रति जागरूक होने से संख्या अधिक होने से यहाँ जगह की कमी होने से बजरंग व्यायाम शाला वर्तमान में नये बस स्टैंड के पास बडे स्तर पर संचालित कि जाने लगी जिसमें समय समय पर अलग अलग गुरु पद पर अध्यक्ष पद पर पहलवान बनाये गये जिसमें मांगीलाल नागर,अशोक स्वर्णकार (राकेट) प्रभु लाल लबाना (जेलर) , अमृत लबाना,शौकिन मेहता,स्वर्गीय चंद्रकांत मेहता,कैलाश चंद जोशी (वकील) औंकार लाल शर्मा आदि का सराहनीय महत्वपूर्ण योगदान रहा वर्तमान में औकार लाल शर्मा बजरंग व्यायाम शाला का संचालन सकुशल करते कर रहे है व इस पुरानी व्यायाम शाला का सभी नगरवासियों व बजरंग व्यायाम शाला कमेटी सदस्यों के सहयोग से जीर्णोद्धार करा पंचमुखी बालाजी की मुर्ति प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापना की गई।
ज्ञात रहे बजरंग व्यायाम शाला अखाड़ा राजस्थान मध्यप्रदेश के राजसमंद ,नागौर, माण्डलगढ़, रतनगढ़, भैसरोड़गढ़, बेंगू, कोटड़ी श्याम, लाम्बाखोह, गंगानगर, आदि कई नगरो में अपने अखाड़ा करतब दिखाने दूर दूर तक जाता रहा है।
मंगलवार को सभी नये पुराने अखाड़ा खिलाड़ीयो नगर के गणमान्य नागरिकों का स्नेहभोज कर प्रसाद का वितरण किया गया।सनातन धर्म में हनुमान जी के स्वरूपों का वर्णन कर बताया गया है कि इनके मात्र नाम स्मरण से सभी दुख, बाधाएं दूर हो जाती हैं। हनुमान जी भगवान श्री राम के प्रिय भक्त थे। वह प्रभु श्री राम की भक्ति हनुमान जी के बगैर अधुरी है मुर्ति प्राण प्रतिष्ठा दौरान बजरंग बली के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा। इस मौके व्यायाम शाला के सभी वरिष्ठ एवं युवा खिलाड़ी पहलवानों सहित पुर्व विधायक दुलीचंद जैन,नगर परिषद उपाध्यक्ष मोतीलाल धाकड़,प्रभुलाल लबाना,अमृत लबाना,गेंद मल सुतार,कैलाश जोशी, औकार लाल शर्मा,ओम सोनी,निशान्त जोशी,शम्भुलाल सुतार, चुन्नीलाल प्रजापत, गोपाल सुतार, फुलकंवर मलिक आदि गणमान्य नगरवासी मौजूद रहे।