नई दिल्ली।बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं के मंदिरों और पूजा स्थलों पर हमला किया जा रहा है।जिस पर भारत सरकार ने चिंता व्यक्त की है। साथ ही मामले में जानकारी देते हुए राज्यसभा में बताया कि पिछले कुछ महीनों में ऐसी घटनाएं सामने आई है, जो कि बेहद निंदनीय है। इससे धार्मिक स्वतंत्रता और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। बता दें कि पिछले कुछ महीनों में ढाका के तांतीबाजार स्थित पूजा मंडप पर हमला किया गया था।
इसके अलावा, दुर्गा पूजा के दौरान सातखिरा में जेशोरेश्वरी काली मंदिर में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया था। इससे पूरे देश में हिंदुओं के बीच आक्रोश का माहौल बना हुआ है। भारत सरकार चिंतित इन घटनाओं से वहां के हिंदुओं की आस्था को बहुत ज्यादा ठेस पहुंचा है। भारत सरकार ने संसद में इस पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि बांग्लादेश सरकार को उनके देश में रहने वाले हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। साथ ही यह उनकी जिम्मेदारी भी है कि मंदिरों, पूजा स्थलों और आस्था की रक्षा की जाए। बांग्लादेश सरकार को इसे प्राथमिक पर रखना चाहिए। जिसपर चिंता व्यक्त करते हुए भारत ने इन मुद्दे को बांग्लादेश के सामने उठाया है और यह उम्मीद जताई है कि बांग्लादेश की सरकार उचित कार्रवाई करने के साथ-साथ मंदिरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कदम भी उठाएगी।
फिलहाल, भारत सरकार द्वारा ऐसी हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। वहीं, बांग्लादेश सरकार ने भी मंदिरों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया है। कर्मचारियों-पेंशनरों को बड़ा तोहफा, महंगाई भत्ते में भारी वृद्धि, दिसंबर से खाते में बढ़कर आएगी सैलरी, जनवरी में होगा एरियर का भुगतान हिंदूओं के मंदिरों को बनाया जा रहा निशाना दरअसल, यह मुद्दा धीरे-धीरे गर्माता जा रहा है। वहीं, विदेश मंत्रालय द्वारा संसद में पेश किए गए इस बयान को बांग्लादेश में हिंदू नेता की गिरफ्तारी और कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों द्वारा मंदिरों को निशाना बनाए जाने के बीच हुई अशांति से जोड़ा जा रहा है। बता दें कि दुर्गा पूजा के दौरान ढाका के तांतीबाजार इलाके में बम फेंक कर हमला कर दिया गया था। हालांकि, इसमें किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई थी। मंदिर में स्थित मां काली के मुकुट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2021 में भेंट किया था। बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की घटनाएं 5 अगस्त से तेज हुई है।
इस्कॉन बांग्लादेश के प्रमुख ने किया ये दावा मामले को लेकर इस्कॉन बांग्लादेश के प्रमुख चारु चंद्र दास ब्रह्मचारी ने गुरुवार को दावा करते हुए कहा कि यहां हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि इस्कॉन लोगों को एकजुट करने का काम कर रही है। इस्कॉन द्वारा लगातार जबरन धर्मांतरण का विरोध किया जाता है, जिस वजह से इस्कॉन को टारगेट किया जा रहा है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, इस्कॉन के 16 सदस्यों के बैंक खाते सीज जिनमें चिन्मय कृष्ण दास समेत 16 सदस्यों के बैंक खाते शामिल है। बता दें कि यह कार्रवाई BFIU के निर्देश पर किए गए हैं।