ज्ञानमंदिर विधि महाविद्यालय में संविधान दिवस के अवसर पर परिचर्चा का हुआ आयोजन

Neemuch headlines November 27, 2024, 7:32 am Technology

नीमच। नीमच में ज्ञानमंदिर लॉ कॉलेज 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर परिचर्चा एवं मौलिक कर्तव्यों के पालन की शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शुभारंभ अतिथिगण एवं प्राचार्य डॉ. विवेक नागर द्वारा मां सरस्वती एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्राचार्य डॉ. विवेक नागर ने स्वागत भाषण एवं परिचर्चा के विषय "भारत में विधि के शासन की स्थापना में न्यायपालिका की भूमिका " का प्रवर्तन करते हुए कहा कि हम 75 वाँ संविधान दिवस मना रहे हैं, एवं 26 नवम्बर 1949 में हमारी संविधान सभा ने भारत का संविधान तैयार कर देश को सौंपा था एवं संविधान के कुछ प्रावधान आज ही के दिन लागू हो गए थे।

भारत की न्यायपालिका को संविधान का सजग प्रहरी कहा जाता है साथ ही अनुच्छेद 14 में उल्लेखित विधि के समक्ष समानता का प्रावधान विधि के शासन की स्थापना करता है और माननीय सर्वोच्च न्यायालय प्रत्येक उस नियम या विधि को असंवैधानिक घोषित कर सकता है जो संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन करता हो। परिचर्चा में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने प्रभावी उद्बोधन दिया जिसमें प्रथम स्थान पर आरीष खां, द्वितीय स्थान पर हिमांशु दास एवं तृतीय स्थान पर नंदिता रही। इस अवसर पर जिला विधिक सहायता अधिकारी हर्षित बिसेन ने संविधान की उद्देशिका का वाचन किया। श्री बिसेन ने विधि शासन की स्थापना में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के कई महत्वपूर्ण निर्णयों का उल्लेख करते हुए कहा कि न्यायपालिका ने विधि के शासन की स्थापना में प्रारंभ से ही अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष एवं विशिष्ट अतिथि श्री प्रेमप्रकाश जैन ने कहा कि भारत का संविधान विश्व के विभिन्न संविधानों में सर्वश्रेष्ठ लोक कल्याणकारी संविधान है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आरोपियों के निवास पर बुलडोजर कार्रवाई को सीमित करने वाला निर्णय इस बात का प्रतीक है हमारे देश में प्रजातंत्र और विधि का शासन है और न्यायपालिका की महत्वपूर्ण भूमिका से देश की तरक्की हो सकती है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं प्रबंध समिति के सदस्य श्री अख्तर अली शाह ने मौलिक कर्तव्यों का वाचन किया तथा विद्यार्थियों से आव्हान किया कि वे अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य पालन को भी महत्व दें। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि नीमच के श्री सीताराम जाजू संविधान सभा के सदस्य रहे। विद्यार्थियों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के डिफेंस लॉयर चंपालाल इरवार ने भी संबोधित किया। परिचर्चा के निर्णायक सहा. प्राध्यापक सुश्री कृतिका द्विवेदी एवं श्रीमती कीर्ति कौशिक रहे। कार्यक्रम का संचालन सहा. प्राध्यापक डॉ. वर्षा काछवाल ने किया एवं आभार श्रीमती नमिता पाराशर ने माना। कार्यक्रम में प्रबंध समिति सदस्य श्री सुमित जिंदाणी, घनश्याम भटनागर, प्रवीण पाटीदार, संजय, अर्जुन एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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