भोपाल। उत्तर प्रदेश के संभल में मस्जिद के सर्वे को लेकर जारी तनाव के बीच राजधानी भोपाल में जामा मस्जिद के हिंदू मंदिर होने का मुद्दा फिर गर्मा गया है। भोपाल आए सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु जैन ने कहा कि भोपाल स्थित जामा मस्जिद में मंदिर है, इसे लेकर भी वे रिसर्च करेंगे।
उन्होंने कहा कि भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने उन्हें इसको लेकर कुछ सबूत दिए जिसका अध्ययन करने के बाद वह तय करेंगे कि इस मामले को लेकर कोर्ट जाना है या नहीं। वहीं विष्णु जैन ने कहा कि इसको लेकर वह इतिहास का भी अध्ययन करेंगे। भोपाल स्थित जामा मस्जिद में शिव मंदिर होने का दावा किया जाता था। इसको लेकर संस्कृति बचाओ ने साल 20202 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए मस्जिद का पुरातत्व सर्वे करवाने की मांग की थी। मंदिर होने का दावा करते हुए पुरातत्व विभाग से सर्वेक्षण कराने की मांग की है। संगठन का दावा है कि भोपाल की आठवीं शासिका कुदेशिया बेगम ने अपनी आत्मकथा हयात ए कुदीस में यह उल्लेख किया है कि भोपाल की जामा मस्जिद में शिव मंदिर तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया गया।
इसके साथ उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि इस मस्जिद का निर्माण 1832 ईसवी में प्रारंभ होकर 1857 ईसवी में पूर्ण हुआ और इसके निर्माण पर 5 लाख की लागत आई। संगठन के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने दावा किया कि कुदेशिया बेगम ने यह भी उल्लेख किया कि यहां पर एक विशालकाय शिव मंदिर था जिससे कि तोड़कर और मस्जिद का निर्माण किया गया है।