भोपाल। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के मानपुर जनपद में कोदो की फसल को लेकर किसानों की स्थिति चिंताजनक हो गई है। हाल ही में बांधवगढ़ में जंगली हाथियों की मौत फंगस लगी कोदो खाने से होने की खबर सामने आई थी, जिसके बाद से किसानों की कोदो की फसल को कोई खरीदार नहीं मिल रहा है।
बता दें कि बाजार में फसल का मूल्य भी गिर चुका है। अगर कहीं खरीदारी हो भी रही है तो औने-पौने दामों में ही बिक्री हो रही है। इस परिस्थिति ने किसानों को परेशानी में डाल दिया है। अपनी मेहनत से उगाई गई सैकड़ों क्विंटल कोदो की फसल को लेकर सभी काफी ज्यादा चिंतित हैं। वन विभाग ने कोदो की फसल को जलाने की बात किसानों से की है, जिससे किसानों में नाराजगी बढ़ गई है। किसान चिंतित किसान अपनी फसल की बिक्री के लिए सरकार की ओर आशा लगाए बैठे हैं। किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री की योजनाओं में श्री अन्न के रूप में कोदो फसल को शामिल किया गया था, लेकिन मौजूदा स्थिति में यह फसल बाजार में बिक नहीं पा रही है। जल्दबाजी के कारण बेबस किसान कोदों की फसल कटाने जुटा है।
मगर वह बिकेगी कहां यह किसी को पता नहीं है, जिसके कारण किसान भारी भरकम कोदों की फसल रखें हुए हैं। बांधवगढ़ नेशनल पार्क में कैसे हुई थी 10 हाथियों की रहस्मयी मौत, जांच पर सवाल, कोदो नहीं बिकने से किसान परेशान सरकार से मदद की गुहार इसे लेकर किसान इंद्र बहादुर सिंह, राकेश सिंह और कृषि विस्तार अधिकारी संग्राम सिंह मरावी ने भी चिंता व्यक्त की है। साथ ही सरकार से मदद की गुहार लगाई है। किसान उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही सरकार कोई ठोस कदम उठाकर उनकी फसल की उचित कीमत सुनिश्चित करे, ताकि उन्हें इस संकट से राहत मिल सके।