भोपाल। सीएम डॉ मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को देवउठनी ग्यारस की शुभकामनाएँ दी हैं। वे आज बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा के निवास में तुलसी-शालिग्राम के विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर उन्होंने जनता से बुधनी और विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में भारी संख्या में वोट देने की अपील की। साथ ही उन्होंने बीजेपी के पक्ष में मतदान की अपील भी की। आज देशभर में देवउठनी ग्यारस का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इसे देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है और ये हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु से जुड़ा हुआ है और मान्यता है कि वे इस दिन चार महीने की योग-निद्रा से जागते हैं। इस पर्व को उत्तर भारत, विशेषकर राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दी देवउठनी ग्यारस की शुभकामनाएं हिंदू मान्यतानुसार, आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक भगवान विष्णु योग-निद्रा में रहते हैं, जिसे ‘चतुर्मास’ कहा जाता है। इस अवधि के दौरान विवाह, शुभ कार्यों और मांगलिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध रहता है। देवउठनी ग्यारस पर भगवान विष्णु के जागने के साथ ही सभी शुभ कार्यों की शुरुआत होती है।
आज देवउठनी ग्यारस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभी को शुभकामनाएँ दी है। वे विधायक रामेश्वर शर्मा के निवास पर तुलसी-शालिग्राम के विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। आज से बाद शादी-ब्याह, गृह-प्रवेश और अन्य सभी शुभ कार्य प्रारंभ हो जाएंगे। विजयपुर में आदिवासियों पर फायरिंग को वीडी शर्मा ने बताया कांग्रेस का षड्यंत्र, मतदाताओं से भारी संख्या में मतदान करने की अपील जनता से बीजेपी के पक्ष में वोट देने की अपील इसी के साथ मुख्यमंत्री ने विजयपुर और बुधनी विधानसभा सीटों पर भारी संख्या में मतदान की अपील की है।
उन्होंने जनता से आह्नान किया कि वे बीजेपी को वोट करें। बता दें कि दोनों सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना है। बुधनी में बीजेपी के रमाकांत भार्गव और कांग्रेस के राजकुमार पटेल के बीच सीधी टक्कर है। इस सीट से कुल 20 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच। बुधनी विधानसभा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गढ़ माना जाता है, इसलिए कांग्रेस के लिए यहां कड़ी चुनौती है। वहीं, विजयपुर में बीजेपी ने वन मंत्री रामनिवास रावत को उम्मीदवार बनाया है, जो कुछ समय पहले कांग्रेस से बीजेपी में आए थे। रावत के कांग्रेस छोड़ने के कारण ही यह सीट खाली हुई है, क्योंकि वे इसी सीट से कांग्रेस के विधायक थे। उनके सामने कांग्रेस की ओर से मुकेश मल्होत्रा चुनावी मैदान में हैं।