चीताखेड़ा। चोर है कि मानते ही नहीं, पुलिस है कि पकड़ती ही नहीं। चोर और पुलिस इन दोनों के खेल में किसान बर्बाद हो रहा है। पहले तो किसानों का प्रकृति साथ नहीं दे रही ,और ना ही फसलों के भाव मिल रहे हैं, फिर रही कसी कसर आए दिन अज्ञात चोर खेतों पर लगी विद्युत मोटरों की केबीलें एवं स्टार्टर रात्रि में काट लें जा रहे हैं,
जिससे किसानों पर आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। जीरन थाना एवं पुलिस सहायता केंद्र चीताखेड़ा चौकी पर पुलिस अधिकारी बदले जा रहे हैं परंतु अज्ञात चोरों का कमाल बैखौफ जारी है। उल्लेखनीय है कि जीरन थाना और पुलिस सहायता केंद्र चीताखेड़ा पुलिस की निष्क्रियता का अज्ञात चोर आए दिन एक के बाद एक किसानों के खेतों पर लगी कुओं एवं ट्यूबवेलों की मोटरों की केबीलों को रात्रि में काट लें जा रहें हैं। विगत डेढ़ माह पूर्व भी इन्हीं किसानों के खेतों पर लगी विद्युत मोटरों की केबीलों को अज्ञात चोर ले गए जिसकी सुचना किसानों ने पुलिस को दी पुलिस ने कुछ नहीं किया। जिसका नतीजा चोरों ने फिर उन्हीं किसानों के खेतों पर लगी विद्युत मोटरों की केबीलों को काटकर ले जाने टारगेट बनाया है। 7-8 नवंबर की मध्य रात्रि में अज्ञात चोरों ने किसान रमेश चंद्र गेहलोत, किसान नारायण लाल गेहलोत, किसान फखरुद्दीन शेख के खेत से विद्युत मोटरों की केबीलें काट कर ले गए हैं।
घटना की सुचना किसानों ने पुलिस को लिखित में दी गई। अब देखना यह है कि पुलिस अज्ञात चोरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करती है या हमेशा की तरह किसानों की फ़रियाद को कचरे की बाल्टी में।