भोपाल। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि गरीबों के रोजगार के लिए आवंटित धन को अधिकारी और सत्ताधारी दल से जुड़े लोग मिलकर हड़प रहे हैं।
इसी के साथ उन्होंने सरकार से मामले की जाँच कराने की मांग की है। सिंघार ने विशेष रूप से शिवपुरी जिले के मामलों का हवाला देते हुए कहा कि कुछ महिलाएं जिन दिन प्रसवकाल में थी, उस दिन भी कागजों में भी उनकी मजदूरी को दर्शाया गया और उनके नाम से धनराशि निकाली गई है। उन्होंने इस फर्जीवाड़े की व्यापक जांच की मांग की, साथ ही ये संदेह जताया कि सरकार इस मांग को नजरअंदाज करते हुए जाँच नहीं करवाएगी। उमंग सिंघार ने मनरेगा में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया नेता प्रतिपक्ष उमंग सिघार ने आरोप लगाया है कि मध्य प्रदेश में मनरेगा में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा चल रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि ‘मध्य प्रदेश में मनरेगा का बड़ा फ़र्ज़ीवाडा चल रहा है।
ग़रीब लोगों को रोज़गार देने के लिए जो पैसा आवंटित है उसे अधिकारी और बीजेपी से जुड़े लोग चट कर जा रहे हैं। शिवपुरी में कुछ मामले सामने आये है जिनमें महिलाओं ने जिस दिन अस्पताल में बच्चों को जन्म दिया उस दिन वो कागजों में मज़दूरी कर रही थी और उनके नाम से पैसा निकाल दिया गया। शिवपुरी अकेला ज़िला नहीं है , पूरे प्रदेश में इस तरह के फ़र्ज़ीवाडे हो रहे हैं सरकार को इसकी तुरंत जाँच करवानी चाहिए पर करवाएगी नहीं’। कांग्रेस का BJP सरकार पर हमला, सचिन पायलट बोले यहाँ विकास ठप, माफिया काबिज, विवेक तन्खा ने MP को कहा Failed State ये कोई पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने मनरेगा में अनियमितता और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। एमपी में ये मुद्दा विधानसभा में भी गूँज उठा है। पिछले साल पूर्व सीएम कमलनाथ मनरेगा श्रमिकों को मजदूरी नहीं मिलने का मुद्दा चुनाव आयोग के सामने उठा चुके हैं। अब नेता प्रतिपक्ष ने इसमें फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए बीजेपी सरकार से मांग की है कि वो इसकी जाँच करवाए।