कुकड़ेश्वर। श्राद्ध पक्ष के दौरान बालिकाओं द्वारा 16 दिनों तक गोबर से बनाई जाने वाली संझा माता की पूजा एक महत्वपूर्ण परंपरा है। यह पूजा विशेष रूप से श्राद्ध पक्ष के दिनों में की जाती है, जिसमें आंगन में बैठकर संझा माता के गीत गाए जाते हैं।
इस पूजा के माध्यम से परिवार की समृद्धि और शांति की कामना की जाती है। गोबर से बनाई गई आकृतियों का धार्मिक महत्व होता है, और इस दौरान बालिकाएं मन्नतें मांगती हैं। इस परंपरा को ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से देखा जाता है, जहाँ इसे श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है।