भगवान विश्वकर्मा ही दुनिया के पहले शिल्पकार, वास्तुकार और इंजीनियर थे. कहा जाता है कि जब ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की तो उसे सजाने-संवारने का काम विश्वकर्मा जी ने किया था।
सितंबर आज भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा विधि विधान से पूजा की जाती है. विश्वकर्मा पूजा को विश्वकर्मा जयंती और विश्वकर्मा दिवस के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू धर्म में भगवान विश्वकर्मा को सृजन का देवता माना गया है. भगवान विश्वकर्मा ही दुनिया के पहले शिल्पकार, वास्तुकार और इंजीनियर थे. हिंदू धर्मशास्त्र के अनुसार, जहां एक तरफ ब्रह्मा जी ने इस संसार की रचना की, वहीं भगवान विश्वकर्मा ने इस संसार को सुंदर बनाने का काम किया।
इसी श्रद्धा भाव से किसी कार्य के निर्माण और सृजन से जुड़े हुए लोग विश्वकर्मा जयंती के दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना करते हैं. पौराणिक मान्याताओं के अनुसार, भगवान विश्वकर्मा ही थे जिन्होनें रावण की लंका, भगवान कृष्ण की द्वारिका और महाभारत काल में इंद्रप्रस्थ का निर्माण किया था.