गणेश विसर्जन के दिन भक्त भगवान श्री गणेश को विधि-विधान से विदा करते हैं। गणेश विसर्जन चतुर्थी तिथि के दिन ही पूजा करने के बाद भी किया जा सकता है।
लेकिन अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन का दिन सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। चतुर्दशी तिथि का दिन गणेशोत्सव का अंतिम दिन होता है। इस दिन को गणेश विसर्जन के नाम से जाना जाता है।
गणेशोत्सव के 11वें दिन भगवान श्रीगणेश की मूर्ति या प्रतिमा को नदी, तालाब या समुद्र में विसर्जित करते हैं। कुछ लोग भगवान गणेश की प्रतिमा को घर पर ही बालटी या टब में भी विसर्जित किया जा सकता है।
जानें घर पर कैसे करें गणेश विसर्जन और गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त:-
भाद्रपद पूर्णिमा 17 सितंबर को, जानें स्नान-दान का शुभ मुहूर्त, महत्व व पूजन का विधान गणेश विसर्जन डेट व मुहूर्त- गणेश विसर्जन इस साल 17 सितंबर 2024 को है।
चतुर्दशी तिथि 16 सितंबर 2024 को दोपहर 03 बजकर 10 मिनट से शुरू होगी और अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर 2024 को सुबह 11 बजकर 44 मिनट तक रहेगी।
गणेश विसर्जन के शुभ चौघड़िया मुहूर्त:-
गणेश विसर्जन का सुबह के समय शुभ मुहूर्त 17 सितंबर 2024 को सुबह 08 बजकर 38 मिनट से दोपहर 01 बजकर 13 मिनट तक रहेगा।
दोपहर का शुभ मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से शाम 04 बजकर 16 मिनट तक रहेगा।
शाम के समय का शुभ मुहूर्त रात 07 बजकर 16 मिनट से रात 08 बजकर 44 मिनट तक रहेगा।
गणेश विसर्जन कैसे करें:-
1. सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
2. पूजा स्थल की साफ-सफाई करें।
3. गणेश विसर्जन के लिए अपने मित्रों या रिश्तेदारों को आमंत्रित करें।
4. गणेश जी के लिए भोग आदि तैयार करें।
5. देशी घी का दीया प्रज्वलित करें और भगवान गणेश को तिलक लगाएं। कुमकुम, लड्डू और मोदक का भोग लगाएं।
6. विसर्जन करने से पहले भगवान श्रीगणेश की आरती जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा आरती करें।
7. अब भगवान श्रीगणेश से सुख-समृद्धि और अगले वर्ष जल्दी आने की कामना करते हुए बालटी या टब में भरे जल में प्रवाहित करें।
8. मूर्ति के पूरी तरह से जल में समाहित होने के बाद इस जल का पूरे घर में छिड़काव करें।
9. इस जल को आप पेड़-पौधों में भी डाल सकते हैं।