नीमच सहायक संचालक मत्स्योद्योग देवशाह इनवाती ने बताया , कि जिले में मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मोरवन जलाशय में केज (पिंजरे नुमा पानी में तैरता हुआ ढांचा) स्थापित कर मछली पालन के लिए आवेदन आमंत्रित किये जा रहे हैं। केज की स्थापना जिला पंचायत स्वामित्व के ऐसे जलाशयों में किया जाना है जिनका जलक्षेत्र 100 हैक्टेयर से अधिक हो, ग्रीष्म ऋतु में जलस्तर की गहराई कम से कम 20 फिट रहती हो, मोरवन जलाशय केज स्थापित कर मछली पालन योग्य है। जिसमें इच्छुआ मत्स्य सहकारी समिति, समूह, ठेकेदार, व्यापारी, ऐजेंसिया स्वयं के व्यय से केज स्थापित कर मत्स्य पालन कर सकती हैं। प्रशासन द्वारा आवेदकों को केवल जलक्षेत्र उपलब्ध कराया जायेगा। अनुदान का प्रावधान नहीं है। मोरवन जलाशय का जलक्षेत्र 180 हैक्टेयर है, जिसके 1 प्रतिशत जलक्षेत्र पर केज स्थापित किये जा सकते हैं। केज यूनिट की अनुमानित लागत 3 लाख रूपये (1.5 लाख रूपये स्थापना और 1.5 लाख रूपये इनपुट्स के लिए) प्रति केज है। प्रति केज से 3 से 4 टन मछली का उत्पादन प्रतिवर्ष प्राप्त किया जा सकता है। केज में मछली पालन का तकनीकी पहलुओं पर प्रशिक्षण, मार्गदर्शन मत्स्य विभाग द्वारा दिया जायेगा।इच्छुक आवेदक अपने आवेदन कार्यालय सहायक संचालक मत्स्योद्योग जिला नीमच में प्रस्तुत कर सकते हैं।