नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को नई दिल्ली में सहकारिता मंत्रालय का कार्यभार संभालते हुए जमीनी स्तर पर नीतियों को लागू कर सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने का संकल्प जताया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी सहयोगी शाह को सोमवार को गृहमंत्री के साथ सहकारिता मंत्रालय भी आवंटित किया गया था। उनके पास पिछले कार्यकाल में भी सहकारिता मंत्रालय का कार्यभार था।
वे वर्ष 2021 में सहकारिता मंत्रालय का गठन होने के बाद से ही इसका प्रभार संभाले हुए हैं। मंत्रालय पहुंचकर इसका कार्यभार संभाला : शाह ने मंगलवार को सहकारिता मंत्रालय पहुंचकर इसका कार्यभार संभाला और अपने मंत्रालय की प्राथमिकताओं पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र के लिए 100 दिन की योजना को लागू किया जाना है। शाह ने कहा कि हमने पिछले कार्यकाल में सहकारिता क्षेत्र के विकास की नींव रखी। हम अगले 5 साल में नीतियों को जमीनी स्त पर लागू करने को लेकर ध्यान केंद्रित करेंगे। पिछले कार्यकाल में शाह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई : मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में केंद्रीय सहकारिता मंत्री के रूप में शाह ने बहुराज्य सहकारी समिति अधिनियम में संशोधन, प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) के लिए मॉडल उपनियमों के निर्मा और निर्यात, बीज एवं जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 3 बहुराज्य सहकारी समितियों की स्थापना सहित प्रमुख नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।