75 साल का हुआ राजस्थान, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने दी बधाई, आज फ्री रहेंगी ये सेवाएं

Neemuch headlines March 30, 2024, 11:12 am Technology

जयपुर। राजस्थान आज 75 साल का हो गया. 1949 में आज ही के दिन 19 रियासतों और 3 ठिकाने को मिलाकर 'राजस्थान' की स्थापना हुई थी, जिसमें करीब साढ़े आठ साल का समय लगा था. आजादी से पहले इसे 'राजपूताना' के नाम से जाना जाता था. लेकिन 7 चरणों में रियासतों का एकीकरण पूरा होने के बाद इसका नाम 'राजस्थान' रखा गया.

क्षेत्रफल के लिहाज से आज यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जो अपने गौरवशाली इतिहास के लिए प्रसिद्ध है. इस खास अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने जनता को खास शुभकामना संदेश भेजा है. 'सद्भाव की संस्कृति को सहेजने का दिवस' राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपने संदेश में कहा कि 'राजस्थान' नाम ही मन में गौरव की अनुभूति कराने वाला है. भक्ति और शक्ति का संगम यह वह प्रदेश है, जहां के कण-कण में त्याग, तपस्या और बलिदान की गाथाएं समाहित है.

राजस्थान महाराणा प्रताप की शौर्य धरा है. मातृभूमि के लिए अपना सर्वस्व दान करने वाले भामाशाह की यह भूमि है. पन्नाधाय के त्याग और बलिदान की अनूठी गाथा अपने में संजोए यह धरती रामदेवजी, गोगाजी, मां करणी जैसे लोक देवी-देवताओं और मीरा, दादू, संत पीपा जैसे संत-महात्माओं की पुण्य धरा है. यह वह वीर भूमि है, जहां स्वतंत्रता का बीज कभी मुरझाया नहीं. राजस्थान स्थापना दिवस मात्र एक दिवस नहीं है. यह दिवस सद्भाव की हमारी संस्कृति को सहेजने का है. संकल्पित होकर राजस्थान के सर्वांगीण विकास में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने का है.

राजस्थान दिवस पर प्रदेश के चहुंमुखी विकास का संकल्प लेते हुए इसे देश का अग्रणी राज्य बनाने में सभी-जन सहभागी बनें.' 'आपसी सद्भाव व भाईचारे को मजबूत बनाएं' मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी राजस्थान दिवस के मौके पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. सीएम शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपने संदेश में कहा कि राजस्थान के पर्यटन, लोक कला, संस्कृति एवं समृद्ध विरासत की विश्वभर में पहचान है. प्रदेश के गौरवशाली इतिहास में शौर्य और वीरता की गाथाएं रची-बसी हैं. यहां की माटी के कण-कण में देशभक्ति और स्वाभिमान समाहित है. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों का आह्वान किया है कि वे आपसी सद्भाव व भाईचारे को मजबूत बनाने के साथ ही प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत एवं समृद्ध परम्पराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने का संकल्प लें. आपको बताते चलें कि 75वें राजस्थान दिवस पर शनिवार को जिला मुख्यालय पर विशेष आयोजन होंगे, जिसमें प्रदेश के समेकित विकास के साथ वैविध्य व लोक संस्कृति का दिग्दर्शन करवाती प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा. वहीं राजस्थान दिवस पर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के संग्रहालयों में प्रवेश नि:शुल्क रहेगा.

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