नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्टार्टअप महाकुंभ में बुधवार को कहा कि भारत में 1.25 लाख से अधिक स्टार्टअप मौजूद हैं, इनमें से 110 यूनिकॉर्न बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से 45 प्रतिशत स्टार्टअप की कमान महिलाओं के पास है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की स्टार्टअप पारिस्थितिकी सिर्फ मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं है, अब यह एक सामाजिक संस्कृति बन चुका है।
भारत के युवाओं ने रोजगार मांगने वाले की बजाय रोजगार पैदा करने वाला बनने का रास्ता चुना है। सही समय पर सही फैसले उन्होंने कहा कि भारत एक विकसित देश बनने के लिए रोडमैप बना रहा है। सही समय पर सही फैसले हो रहे हैं। मोदी ने कहा कि शोध एवं नवाचार के लिए एक लाख करोड़ रुपए के कोष की अंतरिम बजट में घोषणा की गई है, इससे उदीयमान क्षेत्रों को मदद मिलेगी। तीसरे कार्यकाल में भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था : मोदी ने इस मौके पर मोदी ने वादा किया कि वह अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप भारत की प्रगति में बड़ी भूमिका निभाएंगे। स्टार्टअप इंडिया पहल ने नवीन विचारों को मंच दिया और उद्यमियों और उद्यमों को वित्त पोषण से जोड़ा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण कर दिया है, लिहाजा इस क्षेत्र में साधन- संपन्न और वंचित का सिद्धांत काम नहीं कर सकता है।