नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अबू धाबी में पहला हिंदू मंदिर 1 मार्च 2024 से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है।
पिछले 14 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर का उद्घाटन किया था। इस बीच मंदिर प्रबंधन ने दर्शन करने आने वालों के लिए कुछ दिशा- निर्देश जारी किए हैं, जिसमें ड्रेस कोड भी लागू किया है। इन दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है। खबरों के अनुसार, अबू धाबी में बने इस हिंदू मंदिर को 1 मार्च से आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया है। अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद इस मंदिर ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। हालांकि मंदिर प्रबंधन ने यहां दर्शन करने वालों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनका सख्ती से पालन अनिवार्य है, जिसमें ड्रेस कोड भी लागू किया है। मंदिर में शालीन पोशाक पहनकर आने की सलाह : मंदिर प्रबंधन के दिशा-निर्देशों में ड्रेस कोड के अनुसार, मंदिर में शालीन पोशाक यानी ऐसे परिधान पहनकर आने की सलाह दी गई है, जिसमें उनके कंधे और घुटने दोनों ढंके हुए हो। कपड़ों पर न तो कोई आपत्तिजनक डिजाइन हो और न किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक नारा लिखा हो। फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी अथवा ड्रोन रिकॉर्डिंग के लिए अनुमति लेनी होगी मंदिर परिसर के अंदर ड्रोन उड़ाने की भी अनुमति नहीं है। अगर कोई व्यक्ति व्यवसायिक या पत्रकारिता के उद्देश्य से फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी अथवा ड्रोन रिकॉर्डिंग करना चाहता है तो उसे अनुमति लेनी होगी। मंदिर परिसर के अंदर बैग, बैगपैक आदि सामान लेकर जाने की अनुमति नहीं है।
किसी भी प्रकार का हथियार, नुकीली या धारदार वस्तु, चाकू, लाइटर या माचिस लेकर मंदिर में प्रवेश नहीं किया जा सकेगा अन्यथा उसे मंदिर परिसर के बाहर ही रोक दिया जाएगा।